नई दिल्ली: भारत और नेपाल के बीच छः महीने में तनाव और गतिरोध बहुत बढ़ा है. नेपाल की कम्युनिस्ट सरकार ने चीन की शह पर जो विवादित नक्शा पास कराया था अब उसका नेपाल में ही विरोध शुरू हो गया है. इस बीच खबर आई है कि भारत की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी रॉ (RAW) के प्रमुख ने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) से मुलाकात की है. इससे नेपाल में सियासी हलचल भी तेज हो गयी है.
ओली की पार्टी में ही शुरू हुआ विरोध
उल्लेखनीय है कि भारत की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालायसिस विंग (रॉ) के प्रमुख सामंत कुमार गोयल के साथ भेंट करने के कारण वह सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (Ruling communist party) समेत विभिन्न नेताओं की आलोचना के केंद्र में आ गये हैं. खुफिया एजेंसी के प्रमुख की यात्रा सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) समेत कुछ राजनीतिक नेताओं को रास नहीं आई.
क्लिक करें- क्या रूस और चीन सैनिक संधि के संबंधों में बंध जाएंगे?
सत्तारूढ़ दल के नेता भीम रावल ने कहा कि रॉ प्रमुख गोयल और प्रधानमंत्री ओली के बीच जो बैठक हुई, वह कूटनीतिक नियमों के विरूद्ध है और इससे नेपाल के राष्ट्रहितों की पूर्ति नहीं हुई.
शुक्रवार को हुई थी मुलाकात
रॉ चीफ सामंत कुमार गोयल ने बुधवार शाम को नेपाली पीएम ओली से उनके सरकारी निवास पर भेंट की थी. नेपाली कांग्रेस के केंद्रीय नेता गगन थापा ने ट्वीट किया कि यह बैठक न केवल कूटनीतिक नियमों का उल्लंघन है बल्कि हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा पर खतरा भी पैदा करती है. इसकी जांच की जानी चाहिए. गौरतलब है कि गोयल की यात्रा भारतीय सेना के प्रमुख जनरल एम एम नरवणे की नवंबर के पहले सप्ताह में होने वाली नेपाल यात्रा से पहले हुई है.
देश और दुनिया की हर एक खबर अलग नजरिए के साथ और लाइव टीवी होगा आपकी मुट्ठी में. डाउनलोड करिए ज़ी हिंदुस्तान ऐप. जो आपको हर हलचल से खबरदार रखेगा... नीचे के लिंक्स पर क्लिक करके डाउनलोड करें- Android Link - https://play.google.com/store/apps/details?id=com.zeenews.hindustan&hl=e... iOS (Apple) Link - https://apps.apple.com/mm/app/zee-hindustan/id1527717234