बाइडेन ने केमिकल वेपन पर रूस को लेकर जताई चिंता, कहा- ये है 'असली खतरा'

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि 'रूस के रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करने की आशंका ‘वास्तविक खतरा’ है.'

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 23, 2022, 10:29 PM IST
  • राष्ट्रपति बाइडेन ने रूस को लेकर जताई चिंता
  • रासायनिक हथियार को लेकर कही ये बड़ी बात
बाइडेन ने केमिकल वेपन पर रूस को लेकर जताई चिंता, कहा- ये है 'असली खतरा'

नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन यूरोप की चार दिवसीय यात्रा के लिए व्हाइट हाउस से रवाना हो गए हैं, जहां वह यूक्रेन में रूसी हमले पर चर्चा करने के लिए प्रमुख सहयोगियों के साथ मुलाकात करेंगे. बाइडेन ने बुधवार को रवाना होने के बाद संवाददाताओं से कहा कि रूस द्वारा यूक्रेन युद्ध में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल कर सकने की आशंका एक ‘वास्तविक खतरा’ है.

राष्ट्रपति बाइडेन ने रूप को लेकर जताई गंभीर चिंता
उन्होंने कहा कि वह इस विषय पर बृहस्पतिवार को नेताओं से बातचीत करेंगे. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि यूक्रेन में रूस रासायनिक या परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है. बाइडेन का पहला पड़ाव ब्रसेल्स है, जहां वह उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के आपात शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. वह यूरोपीय संघ और जी7 समूह की बैठकों में भी भाग लेंगे.

रासायनिक हथियार क्या होते हैं?
रासायनिक हथियार को केमिकल वेपन भी कहा जाता है. इन हथियारों को गैस या तरल किसी भी रूप में इस्तेमाल किया जा सकता हैं. इनके फैलने की गति बहुत तेज होती है इसलिए ही तो ये कुछ ही मिनटों में हजारों जानें ले सकता है. विशेषज्ञों का दावा है कि रासायनिक हथियारों का भंडार पृथ्वी पर जिंदगी को कई बार खत्म कर सकता है.

अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा था, ‘राष्ट्रपति बाइडेन नाटो की एक आपात बैठक में शिरकत करेंगे, जिसमें नाटो के 29 अन्य सदस्य देशों के नेता शामिल होंगे.’

27 सदस्यीय ईयू के नेताओं को संबोधित करेंगे बाइडेन
उन्होंने कहा था, ‘वह जी-7 नेताओं के साथ बैठक करेंगे और यूरोपीय परिषद के सत्र के दौरान 27 सदस्यीय ईयू के नेताओं को संबोधित करेंगे. वह यूक्रेन को सैन्य सहायता प्रदान करने के अगले चरण को लेकर भी चर्चा कर सकते हैं.’

बाइडेन ब्रसेल्स से पोलैंड रवाना होंगे, जहां वह नाटो क्षेत्र की रक्षा करने में मदद कर रहे अमेरिकी सैनिकों से मुलाकात करेंगे और वह मानवीय सहायता में शामिल विशेषज्ञों से भी मिलेंगे.

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अमेरिकी राष्ट्रपति की यूरोप यात्रा से रूस चिढ़ा हुआ है और इसे एक उकसावे वाली यात्रा करार दे रहा है, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति ऐसे वक्त में यूरोप और खासतौर पर पोलैंड की यात्रा पर पहुंच रहे हैं जब पोलैंड लगातार रूस के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम दे रहा है और पोलैंड के खिलाफ पुतिन का गुस्सा सातवें आसमान पर है.

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