नई दिल्लीः नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने कहा है कि वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभालने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के तहत जल्द ही भारत जाएंगे. कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (सीपीएन) (माओवादी-सेंटर) के 68 वर्षीय नेता प्रचंड ने नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में पिछले साल 26 दिसंबर को शपथ ग्रहण की थी. 


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जल्द ही भारत की यात्रा करूंगाः प्रचंड
इससे पहले उन्होंने नेपाली कांग्रेस के नेतृत्व वाले चुनाव पूर्व गठबंधन को नाटकीय रूप से छोड़कर विपक्ष के नेता के पी शर्मा ओली से हाथ मिला लिया था. चीन के करीबी समझे जाने वाले प्रचंड ने मंगलवार को विश्वासमत जीतने के बाद चुनिंदा पत्रकारों से अपने पहले संवाद में शनिवार को कहा, ‘मैं जल्द ही भारत की यात्रा करूंगा.’


यात्रा कार्यक्रम को अंतिम रूप देना बाकी
उन्होंने कहा कि इसके लिए राजनयिक स्तर पर तैयारियां जारी हैं. प्रचंड ने आधिकारिक प्रधानमंत्री आवास बालूवाटार में पत्रकारों से कहा, ‘संबंधित दूतावास मेरी यात्रा संबंधी तैयारियां कर रहे हैं.’ बहरहाल, नेपाल सरकार ने प्रधानमंत्री की भारत यात्रा के बारे में अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है. यात्रा कार्यक्रम को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है. 


एजेंडे को अंतिम रूप देना पर हो रहा काम
नेपाली विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘हम अपने समकक्षों के सहयोग से तिथि और विस्तृत कार्यक्रम के साथ-साथ यात्रा के एजेंडे को अंतिम रूप देने की दिशा में काम कर रहे हैं.’ अधिकारी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री द्वारा पद संभालने के बाद किसी पड़ोसी देश की यात्रा किया जाना एक सामान्य प्रक्रिया है और हम इसके लिए आंतरिक तौर पर हमेशा तैयार रहते हैं.’


प्रचंड ने नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में अपने पिछले कार्यकालों के दौरान भी भारत की आधिकारिक यात्रा की थी. प्रचंड ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा के निमंत्रण पर पिछले साल जुलाई में भारत की यात्रा की थी. 


2008 में पहली बार चीन गए थे प्रचंड
नेपाल के प्रधानमंत्री शपथ ग्रहण करने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए पारंपरिक रूप से भारत जाते हैं, लेकिन प्रचंड 2008 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने पर पहले भारत जाने के बजाय ओलंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह के लिए चीन गए थे. 


दूसरे कार्यकाल में पहले भारत गए थे प्रचंड
बहरहाल, प्रधानमंत्री के तौर पर अपने दूसरे कार्यकाल में उन्होंने सबसे पहले भारत की यात्रा की थी. यात्रा संबंधी जानकारी रखने वाले सीपीएन (माओवादी सेंटर) के दो नेताओं ने ‘द काठमांडू पोस्ट’ समाचार पत्र से कहा कि नए राष्ट्रपति के चुनाव के बाद प्रचंड यात्रा करेंगे. उनमें से एक ने कहा, यदि भारतीय पक्ष जोर देता है, तो यह यात्रा नए राष्ट्रपति के चुनाव से पहले भी हो सकती है. 


राष्ट्रपति पद के लिए फरवरी में चुनाव होने हैं. मौजूदा राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी का कार्यकाल मार्च के अंत में समाप्त हो जाएगा. 


नई दिल्ली के साथ काम करने की इच्छा जता चुके हैं प्रचंड
सूत्रों ने समाचार पत्र को बताया कि भारतीय राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लिखित बधाई संदेश प्रचंड को सौंपते हुए 30 दिसंबर को निमंत्रण सौंपा था. प्रचंड ने मोदी के संदेश का जवाब देते हुए कहा था कि वह नयी दिल्ली के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं, भारत द्वारा वित्त पोषित परियोजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी लाना चाहते हैं और नेपाल-भारत संबंधों में सुधार करना चाहते हैं. 


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