नई दिल्लीः विज्ञान( भौतिक, रासायनिक, चिकित्सा) साहित्य, अर्थशास्त्र और शांति-सेवा के क्षेत्र में दिया जाने वाला सबसे बड़ा सम्मान है नोबेल पुरस्कार. मंगलवार को इस क्षेत्र में भौतिकी के लिए दिए जाने वाले पुरस्कार की घोषणा हुई.
स्वीडन की रॉयल विज्ञान अकादमी ने इस साल भौतिकी का नोबेल पुरस्कार (Nobe lPrize in Physics) ब्लैक होल (Black Hole) से संबंधित बड़ूी खोज किए जाने को लेकर दिया है. भौतिक के नोबेल के लिए रोजर पेनरोस, राइनहार्ड गेनजेल और आंद्रे गेज को चुना गया है. तीनों ही वैज्ञानिकों को यह पुरस्कार संयुक्त रूप से दिया जाएगा.
Black hole को लेकर यह की खोज
तीन वैज्ञानिकों के इस प्रखर दल में पहले महत्वपूर्ण व्यक्ति रोजर पेनरोस (Roger Penrose) हैं. यूके में जन्में रोजर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं. उन्होंने पता लगाया है कि ब्लैक होल के निर्माण को सापेक्षता के सिद्धांत पर समझा जा सकता है. यह सिद्धांत अल्बर्ट आईंस्टाइन (Albert Einstein) ने दिया था. रोजर का जन्म 1931 में ब्रिटेन में हुआ था.
BREAKING NEWS:
The Royal Swedish Academy of Sciences has decided to award the 2020 #NobelPrize in Physics with one half to Roger Penrose and the other half jointly to Reinhard Genzel and Andrea Ghez. pic.twitter.com/MipWwFtMjz— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 6, 2020
राइनहार्ड गेंजल और आंद्रेया गेज भी सम्मान के हकदार
राइनहार्ड गेंजल (Reinhard Genzel) और आंद्रेया गेज (Andrea Ghez) को हमारी आकाशगंगा के केंद्र में मौजूद एक अदृश्य लेकिन बेहद शक्तिशाली ऑब्जेक्ट यानी ब्लैकहोल की खोज के लिए सम्मानित किया जाएगा. राइनहार्ड गेंजल (Reinhard Genzel) जर्मनी में पैदा हुए और माक्स प्लांक इंस्टीट्यूट के निदेशक हैं. आंद्रेया गेज (Andrea Ghez) अमेरिका से हैं और लॉस एंजेल्स के कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं.
संयुक्त रूप से दिया गया पुरस्कार
भौतिकी में नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से दिया गया. रॉयल स्वीडिश विज्ञान अकादमी (The Royal Swedish Academy of Sciences) ने साल 2020 के लिए भौतिकी का नोबेल संयुक्त रूप से दिया. इसके तहत आधी पुरस्कार राशि रोजर पेनरोस को मिलेगी, तो बाकी की आधी पुरस्कार राशि राइनहार्ड गेंजेल (Reinhard Genzel) और आंद्रिया गेज (Andrea Ghez) को दी जाएगी.
सोमवार को घोषित हुए चिकित्सा को नोबेल
इससे पहले सोमवार को चिकित्सा के क्षेत्र के नोबेल पुरस्कार घोषित किए गए. इस साल यह पुरस्कार हेपेटाइटिस सी वायरस की खोज करने वाले हार्वी जे ऑल्टर, माइकल ह्यूटन और चार्ल्स एम राइस को दिया जाएगा.
BREAKING NEWS:
The 2020 #NobelPrize in Physiology or Medicine has been awarded jointly to Harvey J. Alter, Michael Houghton and Charles M. Rice “for the discovery of Hepatitis C virus.” pic.twitter.com/MDHPmbiFmS— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 5, 2020
ऑल्टर ने ट्रांसफ्यूजन संबंधी हेपेटाइटिस का अध्ययन किया, जिससे पता चला कि क्रॉनिक हेपेटाइटिस का एक सामान्य कारण एक अज्ञात वायरस था. ह्यूटन ने हेपेटाइटिस सी वायरस के जीनोम को अलग करने के लिए एक नई तकनीक का इस्तेमाल किया. राइस ने सिद्ध किया कि हेपेटाइटिस सी वायरस अकेले हेपेटाइटिस का कारण बन सकता है.
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