सूर्य से निकली प्लाज्मा की एक प्रचंड लपट, लंबाई थी एक मिलियन मील, ऐतिहासिक फोटो कैप्चर

सूर्य की सतह से निकलने वाले विशाल एक मिलियन-मील-लंबे प्लम को एस्ट्रोफोटोग्राफर द्वारा कैप्चर किया गया है. छवि प्लाज्मा की चमकती धारा दिखाती है जो 100,000  की यात्रा करती है. यह अंतरिक्ष में तैरते लावे की एक बेहद खूबसूरत तस्वीर है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Oct 8, 2022, 01:33 PM IST
  • एरिज़ोना में रहने वाले एंड्रयू मैककार्थी ने तस्वीर खींची
  • एक लाख से अधिक तस्वीरें लेकर बनाई गई ये छवि
सूर्य से निकली प्लाज्मा की एक प्रचंड लपट, लंबाई थी एक मिलियन मील, ऐतिहासिक फोटो कैप्चर

लंदन: एस्ट्रोफोटोग्राफर ने सूर्य की एक बेहद दुर्लभ और खूबसूरत तस्वीर कैप्चर की है. इसमें सूर्य की तरह से एक बेहद विशाल प्लाज्मा (कोलोसल प्लम) की धारा निकलती दिखाई देती है. ये प्लाज्मा 10 लाख मील यानी करीब 16 साल किलोमीटर तक अंतरिक्ष में जाता है. फिर यह टूट कर अंतरिक्ष में बिखर जाता है. इस प्लाज्मा की रफ्तार भी करीब एक मिलियन मील प्रति घंटा थी. एक शौकिया खगोल-फोटोग्राफर ने अपनी दूरबीन से ये तस्वीरें ली हैं. 24 सितंबर को सूर्य पर इस कोलोसल प्लम का निर्माण हुआ था.

किसने खींची तस्वीर
एरिज़ोना में रहने वाले एंड्रयू मैकार्थी ने डेलीमेल डॉट कॉम को बताया कि उन्होंने अंतिम छवि के लिए एक साथ एक लाख से अधिक तस्वीरें लेने में छह घंटे बिताए - लेकिन क्योंकि प्लम इतना विशाल था, वह इसका केवल आधा हिस्सा ही कैप्चर कर सका.

सौर तूफान के बाद निकला प्लाज्मा
रिपोर्ट के मुताबिक एक सौर तूफान फूट पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप उसने अब तक की सबसे बड़ी सौर घटना देखी. यह प्लाज्मा एक मिलियन मील से अधिक लंबा हो गया थी. वहीं यह 500,000 मील चौड़ा था. हालांकि, तूफान को सबसे निचली श्रेणी में स्थान दिया गया. मैककार्थी, जिनके पास अंतरिक्ष के चमत्कारों को दिखाने वाली आश्चर्यजनक छवियों की एक गैलरी है, ने कम से कम दो घंटे तक अपनी आँखें प्लम पर रखी, इसे टूटते हुए और अंतरिक्ष में तैरते हुए देखा, जहां यह गर्जना के बजाय चंद्रमा के आकार का बूँद बन गया.

जिस दिन मैकार्थी ने सूर्य का अवलोकन किया, वह भी तब था जब सूर्य पर एक छोटा सौर तूफान आया, जिसने उनका ध्यान आकर्षित किया. उन्होंने कहा, 'मैंने देखा कि बड़ी धारा सूर्य से दूर होने लगी - एक स्पष्ट संकेत है कि कुछ रोमांचक होने वाला था,' उन्होंने कहा. 'इसलिए मैंने अपनी दूरबीन को [पर] इंगित किया. प्लम धीरे-धीरे बढ़ने लगा, 200,000 मील और फिर 600,000 तक पहुंचने से पहले एक मिलियन से अधिक तक पहुंच गया और अंतरिक्ष में टूट गया. 'ये वे क्षण हैं जिनके लिए सौर खगोलविद जीते हैं.' छवियों को कैप्चर करने के लिए एक संशोधित पांच-इंच रेफ्रेक्टर टेलीस्कोप का उपयोग करके लिया गया था. मैकार्थी ने कहा था, 'इसे संशोधित करना होगा क्योंकि सूर्य पर एक दूरबीन को इंगित करने से आप अन्यथा अंधे हो जाएंगे.'

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