Hajj Death 2024 News in hindi: ना सिर्फ भारत, बल्कि विदेशों में भी गर्मी का प्रकोप जारी है. हज के दौरान भी तीर्थयात्रियों की मौत की खबरें लगातार सामने आ रही हैं. इस बीच राजनयिकों ने मंगलवार को कहा कि हज के दौरान कम से कम 550 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी हैं. यह भीषण गर्मी में तीर्थयात्रा करने का कारण हुई हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मरने वालों में कम से कम 323 मिस्र के नागरिक थे, जिनमें से अधिकांश गर्मी से संबंधित बीमारियों के कारण मारे गए. HT में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक राजनयिक ने कहा, 'उनमें से सभी (मिस्र के) गर्मी के कारण मर गए, सिवाय एक व्यक्ति के जो मामूली भीड़ के दौरान घातक रूप से घायल हो गया था.' बताया गया कि कुल आंकड़ा मक्का के अल-मुआइसम पड़ोस में अस्पताल के मुर्दाघर से आया है.


कुल मौतों की संख्या 577
राजनयिकों ने बताया कि कम से कम 60 जॉर्डन के लोगों की भी मौत हुई है, जबकि मंगलवार को अम्मान (जोर्डन की राजधानी) द्वारा आधिकारिक तौर पर 41 लोगों की मौत की जानकारी दी गई थी.


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इन नई मौतों के साथ ही कई देशों द्वारा अब तक बताई गई कुल मौतों की संख्या 577 हो गई है. राजनयिकों ने बताया कि मक्का के सबसे बड़े शवगृहों में से एक अल-मुआइसम में कुल 550 लोग मौजूद थे.


हज यानी?
हज इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है और कहा जाता है कि सभी मुसलमानों को कम से कम एक बार हज अवश्य करना चाहिए. पिछले महीने प्रकाशित एक सऊदी स्टडी के अनुसार, तीर्थयात्रा पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है. अध्ययन में कहा गया है कि जिस क्षेत्र में धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं, वहां का तापमान प्रत्येक दशक में 0.4 डिग्री सेल्सियस (0.72 डिग्री फारेनहाइट) बढ़ रहा है.


सऊदी राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि सोमवार को मक्का की ग्रैंड मस्जिद में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस (125 फारेनहाइट) तक पहुंच गया.


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान