US Election: ट्रम्प का `असली गेम` चुनाव के बाद शुरू होगा?
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जैसे जैसे नज़दीक आ रहा है, लोगों की उत्सुकता बढ़ती जा रही है. माहौल बनाने के लिए भाषण में नेताओं के तेवर और उनका अंदाज़ भी बदला हुआ है, पर नहीं बदला है तो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मेल इन वोट पर संदेह
नई दिल्ली: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में अब एक हफ्ता से भी कम वक्त रह गया है. इस बीच अर्ली वोटिंग के ज़रिए अब तक रिकॉर्ड 7 करोड़ से ज्यादा वोट पड़ चुके हैं. हालांकि शुक्रवार को ये सिलसिला बंद हो जाएगा, लेकिन इनमें पड़े पोस्टल बैलेट को लेकर तकरार फिर सुर्खियों में है. एक बार फिर मेल इन वोट पर संदेह जता कर आखिर डोनाल्ड ट्रंप क्या इशारा करना चाहते हैं?
खुल गई बैलेट पर ट्रंप की डेढी नज़र की कलई!
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जैसे जैसे नज़दीक आ रहा है, लोगों की उत्सुकता बढ़ती जा रही है. माहौल बनाने के लिए भाषण में नेताओं के तेवर और उनका अंदाज़ भी बदला हुआ है, पर नहीं बदला है तो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मेल इन वोट पर संदेह,...एक बार फिर ट्रंप ने पोस्ट्ल बैलेट पर संदेह जाते हुए चुनाव के स्वच्छ और पारदर्शी होने पर उंगली उठाई. उनका कहना है कि 10 करोड़ से ज्यादा मेल इन वोट की गिनती में वक्त लगेगा और इसमें धंधली की आशंका है.
मेल इन वोट पर क्यों है ट्रंप की टेढी नज़र?
यूएस राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि 2 सप्ताह तक बस वोटो की गिनती ही होती रह जाए,...इसके बजाए ये बहुत सही और अच्छा होगा अगर विजेता 3 नवंबर को ही घोषित कर दिया जाए. देर तक पोस्टल बैलेट की गिनती होते रहना बिल्कुल अव्यावहारिक है और वो नहीं समझते कि अमेरिका के नियम-क़ानूनों के मुताबिक होगा. वो कहते हैं कि अब देखते हैं आगे क्या होता है.
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इसका मतलब साफ है कि ट्रंप किसी सूरत हार मानने के इरादे में नहीं हैं. ट्रंप बिना किसी तथ्य के ये कहते रहे हैं कि जितनी ज्यादा पोस्टल वोटिंग होगी,...चुनाव में धांधली की गुंजाइश उतनी ही बढ़ती जाएगी. ट्रंप का इस तरह मेल इन वोट के विरोध में लगातार बयान देना कई संदेहों को जन्म देता है।
मेल इन वोट पर संदेह...क्या है इशारा?
- ट्रंप ने पहले भी दिया है विवादास्पद बयान
- ना जीत पाने की स्थिति में आसानी से नहीं करेंगे सत्ता हस्तांतरण!
- विरोधों को दरकिनार कर सुप्रीम कोर्ट जज को नॉमिनेट किया
- एमी कोनी बैरेट स्वीकृति के बाद अब शपथ भी ले चुकी हैं
- SC में रिपब्लिकन जजों की संख्या का पलड़ा भारी कर चुके हैं ट्रंप
- क्या है ये बहाना...मकसद है हार की लाज छिपाना?
- क्या ट्रंप करेंगे तकरार...आसानी से नहीं मानेंगे हार?
दरअसल इस बार अर्ली वोटिंग के तहत अब तक रिकॉर्ड वोटिंग हो चुकी है। मंगलवार तक 7 करोड़ वोटर्स ने या तो पर्सनली या फिर बैलेट वोट डाल दिया है. हालांकि अर्ली वोटिंग का सिलसिला शुक्रवार को बंद हो जाएग.
एक्सपर्ट्स का मानना है कि इतनी बड़ी संख्या में पड़े मेल इन वोट्स की गिनती में कई दिन और सप्ताह का वक्त लग सकता है. रॉयटर के एक सर्वे के मुताबिक ट्रंप अपने प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन से 10 प्वाइंट पीछे चल रहे हैं. खुल गई बैलेट पर ट्रंप की डेढी नज़र की कलई! हालांकि पोस्टल बैलेट पर ट्रंप के विरोध की पोल भी खुल गई है, जिसे लेकर बवाल मचा हुआ है.
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