नई दिल्ली: पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की और बर्बर घटना घटित हुई है. कुछ जेहादियों ने हिन्दू मन्दिर को तोड़ दिया. ये घटना पाकिस्तान में आम हो गयी हैं. पाकिस्तान की इमरान सरकार की कोई हिम्मत नहीं होती हैं कि वो इन मजहबी कट्टरपंथियों पर कोई कड़ी कार्रवाई करें. आये दिन पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों का अपहरण होता है और उनका जबरन धर्मपरिवर्तन करके इस्लाम कुबूल कराया जाता है.


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पाकिस्तान में तोड़ दिया पवित्र हिन्दू मन्दिर


पाकिस्तान के सिंध प्रांत में पुलिस ने एक निर्माण स्थल को सील कर दिया और इसके बाद एक बिल्डर ने इसे तोड़ दिया.  यहां विभाजन से पूर्व एक हिंदू मंदिर को कथित तौर पर बिल्डर द्वारा ढहा दिया गया.


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इसके बाद दर्जनों हिंदू परिवार ल्यारी में फिदा हुसैन शेख रोड की तंग सड़कों पर उस जगह इकट्ठा हो गए जब उन्होंने सुना कि शाम को हनुमान मंदिर को ढहा दिया गया. पाकिस्तान में हिन्दू परिवार न्याय की गुहार लगा रहे हैं लेकिन कोई भी उनकी सुनने वाला नहीं है.


जांच करने के लिए सील किया गया स्थल


गौरतलब है कि जहां पर मन्दिर को तोड़ा गया है वहां के सहायक आयुक्त अब्दुल करीम मेमन पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मंदिर का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने निर्माणाधीन स्थल के तीनों दरवाजों को सील कर दिया.  जहां एक आवासीय भवन बनाया जाना है.  स्थल को सील करने के बाद उन्होंने बताया कि हमने जांच शुरू कर दी है. स्थल को इसलिए सील किया गया है ताकि जांच की जा सके.


धोखा देकर तोड़ा मन्दिर


स्थानीय हिंदुओं का कहना है कि बिल्डर ने भरोसा दिया था कि काम सामान्य रूप से चलता रहेगा लेकिन उनके मन्दिर को कोई भी क्षति नहीं पहुंचाई जाएगी. दिख5देकर बिल्डर ने मन्दिर तोड़ दिया और अब उसने इसे सील भी कर दिया है ताकि कोई अंदर न जा सके. उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में हमेशा जेहादी और मजहबी कट्टरपंथी हिंदुओं को निशाना बनाते रहते हैं और उनकी लड़कियों का जबरन अपहरण करके उनसे निकाह कर लेते हैं.


इस्लामिक देश पाकिस्तान की यही सच्चाई है कि वहां जेहादी, मजहबी कट्टरपंथी और आतंकवादी मजबूत किये जा रहे हैं ताकि जिहाद किया जा सके और पाकिस्तान की इमरान सरकार इन आतंकवादियों पर कोई भी कार्रवाई नहीं करती है.