Himachal Pradesh के ज्वाली स्कूल में कृषि व पशुपालन मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार ने बच्चों को वितरित गए टैब
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के कृषि व पशुपालन मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार ने आज सरकारी व निजी स्कूलों के दसवीं और बारहवीं के स्टूडेंट्स को टैब वितरित किए. इस दौरान उन्होंने बच्चों को ज्वाली स्कूल में पांच लाख रुपये की लागत से लगाए गए दो स्मार्ट डिजिटल बोर्ड भी समर्पित किए.
भूषण शर्मा/नूरपुर: कृषि व पशुपालन मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार ने आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ज्वाली में श्रीनिवासन रामानुजन स्टूडेंट डिजिटल योजना के तहत ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सरकारी व निजी स्कूलों के शैक्षणिक सत्र 2021-22 के दसवीं और बारहवीं कक्षाओं के 213 मेधावी बच्चों को टैब वितरित किए. इस दौरान उन्होंने शिक्षकों से बच्चों में मेहनत, अनुशासन और अच्छे संस्कार लाने के साथ उनमें प्रतिस्पर्धा की भावना जागृत करने का आह्वान किया है ताकि वे अपने जीवन में ऊंचा मुकाम हासिल कर सकें.
प्रोफेसर चंद्र कुमार ने कहा कि वर्तमान में सूचना प्रौद्योगिकी व प्रतिस्पर्धा का युग है, जिस कारण शिक्षा के क्षेत्र में भी कई महत्वपूर्ण बदलाव और चुनौतियां सामने आ रही हैं, जिसके लिए उन्होंने सभी शिक्षकों व बच्चों से अपने ज्ञान को नियमित रूप से अपडेट करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि आज के समय में वही बच्चा आगे बढ़ पाएगा जो अपने ज्ञान को अपडेट रखने के साथ कड़ी मेहनत व प्रतिस्पर्धा करेगा.
ये भी पढ़ें- प्रतिभा सिंह ने बातों ही बातों में अपनी ही पार्टी को लेकर कह दी बड़ी बात
कृषि मंत्री ने टैब प्राप्त करने वाले सभी मेधावी विद्यार्थियों, उनके अभिवावकों व शिक्षक वर्ग को बधाई देते हुए कहा कि बच्चों की मेहनत और अध्यापकों-अविभावकों के सयुंक्त प्रयासों से उन्हें यह अवसर प्राप्त हुआ है. उन्होंने कहा कि टैब जहां बच्चों को पढ़ाई करने में मददगार साबित होंगे, वहीं उन्हें कई ज्ञानवर्धक जानकारियां भी हासिल होंगी. उन्होनें बच्चों से इनका सही इस्तेमाल करने और अपनी मेहनत को निरंतर जारी रखने का आह्वान किया.
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा का काफी विस्तार हो चुका है, लेकिन वर्तमान प्रतिस्पर्धा के इस युग में अब शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधारों पर ध्यान देने की जरूरत है. इस दिशा में राज्य सरकार तेजी से कार्य कर रही है. इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि संसाधनों की कमी के कारण गरीब बच्चे उच्चतर शिक्षा ग्रहण करने से वंचित रह जाते हैं.
ये भी पढ़ें- HPU में NEP को लेकर खाका तैयार, अगले एकेडमिक सेशन से हो सकती है लागू
गरीब बच्चों के सपनों को साकार करने के लिए प्रदेश सरकार ने 'मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना' शुरू की है, जिसके अंतर्गत गरीब बच्चों को उच्चतर शिक्षा ग्रहण करने के लिए एक प्रतिशत के नाम मात्र ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है ताकि गरीब बच्चों के सपनों को नई उड़ान मिल सके. कृषि मंत्री ने ज्वाली स्कूल में पांच लाख रुपये की लागत से लगाए गए दो स्मार्ट डिजिटल बोर्ड भी बच्चों को समर्पित किए.
WATCH LIVE TV