NEET Success Story: 11 साल की उम्र में शादी, पढ़ाई के लिए घर से भागा, अब बनेगा डॉक्टर
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NEET Success Story: 11 साल की उम्र में शादी, पढ़ाई के लिए घर से भागा, अब बनेगा डॉक्टर

NEET Success Story: पढ़ाई के लिए रामलाल ने इतनी जद्दोजहद की है कि आज उसे लोग उसके हौसले को सलाम कर रहे हैं. 11 साल की उम्र में शादी, पढ़ाई की खातिर पिटाई और फिर घर से भागना. जानिए रामलाल की नीट सक्सेस स्टोरी

NEET Success Story: 11 साल की उम्र में शादी, पढ़ाई के लिए घर से भागा, अब बनेगा डॉक्टर

NEET Success Story: भले ही बाल विवाह भारत में कानूनी अपराध है, लेकिन आज भी कई मामले सामने आते रहते हैं. लेकिन इस बार जो मामला सामने आया है वह कुछ हटकर है.  राजस्थान के चित्तौडगढ़ जिले के घोसुंदा निवासी रामलाल भाई की शादी 11 साल की उम्र में हो गई थी. उन्हें पढ़ने का काफी शौक था लेकिन परिवार से कोई सपोर्ट नहीं मिलता था. लेकिन वह हार नहीं माने और नीट यूजी परीक्षा 632 नंबर से क्रैक कर ली. रामलोल की ऑल इंडिया रैंक 12901 है.

ऐसी ही राम लाल की नीट सक्सेस स्टोरी

रामलाल की एक छोटी बच्ची है. जब वह छठी क्लास में थे तो उनकी शादी कर दी गई थी. पिता नहीं चाहते थे कि 10वीं के बाद बेटा पढ़ाई करे. लेकिन बेटे की जिद थी. जिसके चलते रामलाल को पिटाई भी खानी पड़ी. लेकिन उन्होंने संकल्प नहीं छोड़ा और आगे की पढ़ाई जारी रखी. एक दिन दोस्त के पिता ने रामलाल के पिता को खूब समझाया तो उन्हेंने पढ़ाई में सपोर्ट करने का हामी भरी. परिवार के पास पैसा नहीं था तो उधार लिया गया. लेकिन बच्चे ने हार नहीं मानी और 5वें प्रयास में नीट क्रैक कर लिया.

क्या कहते हैं राम लाल

रामलाल का कहना है कि उनकी शादी 11 साल की उम्र में हुई थी. उस दौरान उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था. लोग खुश थे, झूम रहे थे. घर में मेहमान आए हुए थे. रामलाल ने बताया कि उनकी पत्नी भी हम उम्र है. करीब छह साल पहले पत्नी ने ससुराल में आकर रहना शुरू कर दिया था. उसने खुद 10वीं तक पढ़ाई की है. वह 10वीं के आगे भी पढ़ना चाहती थी लेकिन उसने मेरी पढ़ाई के लिए अपनी पढ़ाई का त्याग दे दिया और ससुराल की जिम्मेदारी संभाली.

मेरी पत्नी ने दिया मेरा साथ

मैं लगातार नीट की तैयारी कर रहा था. लेकिन मेरा सेलेक्शन नहीं हो रहा था. इस दौरान हमारे बीच में काफी झगड़े भी हुए. लेकिन उसने मेरा जुनून देखकर मेरा साथ नहीं छोड़ा. रामलाल बताते हैं कि उन्हें नीट के बारे में पता नहीं था. उन्होंने बताया कि 11वीं में उनका दोस्त एग्रीकल्चर ले रहा था, तो वह उनके साथ उदयपुर चले गए. जहां जाकर उन्हें नीट के बारे में पता लगा. जिसके बाद उन्होंने बायोलोजी लेकर 11वीं और 12वीं एग्जाम क्लियर किया. इस दौरान वह अम्बेडकर छात्रावास में रहता था जो निशुल्क था.

घर से भागा

रामलाल बताते हैं उनके परिवार को पढ़ाई के वेल्यू के बार में नहीं पता था. इसलिए वह घर से भाग गया. हालांकि बाद में परिवार ने उन्हें सपोर्ट किया और आगे की पढ़ाई लिखाई कराई. रामलाल ने 81 फीसद अंकों से 12वीं क्लास पास की.

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