Asia Cup: साल 1984 में एशिया कप का सबसे पहला आयोजन सिर्फ तीन टीमों के बीच हुआ था. इस टूर्नामेंट में भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका की टीम ही शामिल हुई थी. पहली बार खेले गए इस टूर्नामेंट में कोई फाइनल मुकाबला आयोजित नहीं किया गया था.
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Asia Cup: एशिया कप 2022 का आगाज़ शनिवार 27 अगस्त से हो रहा है. भारतीय क्रिकेट टीम अब तक 7 बार एशिया कप का खिताब अपने नाम कर चुकी है. यहां तक कि सबसे ज्यादा बार यह खिताब हासिल करने का रिकॉर्ड भी भारत के नाम है. अब तक 14 बार खेले जा चुके इस टूर्नामेंट की शुरुआत सबसे पहले साल 1984 में हुई थी, जिसमें भारतीय टीम ने पाकिस्तान और श्रीलंका को मात देते हुए सबसे पहला खिताब अपने नाम किया था. 1984 के एशिया कप (Asia Cup 1984) की सबसे दिलचस्प बात यह थी कि यह मैच भारत ने बिना फाइनल खेले ही जीत लिया था.
बिना फाइनल खेले ही जीत गई थी टीम इंडिया
बता दें एशिया कप की ट्रॉफी (Asia Cup Trophy) पर सबसे पहले भारत ने ही कब्जा जमाया था और इस वक्त भी यह ट्रॉफी भारत के ही पास है. पिछली बार साल 2018 में टी-20 फॉर्मेट में खेले गए इस टूर्नामेंट के फाइनल में भारतीय टीम ने बांग्लादेश को धूल चटाकर एशिया कप की ट्रॉफी अपने नाम को थी. हालांकि, सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि साल 1984 में जब यह टूर्नामेंट पहली बार खेला गया था तब कोई फाइनल मुकाबला आयोजित नहीं किया गया था.
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सिर्फ इन तीन टीमों ने लिया था हिस्सा
साल 1984 में एशिया कप का सबसे पहला आयोजन सिर्फ तीन टीमों के बीच हुआ था. इस टूर्नामेंट में भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका (India, Pakistan and Sri Lanka) की टीम ही शामिल हुई थी. राउंड रॉबिन फॉर्मेट के आधार पर ही विजेता घोषित कर दिया गया था.
पाकिस्तान और श्रीलंका को हरा जीता था 1984 का एशिया कप
भारत ने पहले मैच में श्रीलंका को 10 विकेट की करारी शिकस्त दी थी, जबकि दूसरे मैच में पाकिस्तान पर 54 रन से जीत दर्ज की थी.
वहीं, श्रीलंका ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराया था, जबकि वह भारत से हुए मुकाबले में हार गया था. प्वाइंट्स टेबल की बात करें तो तीनों टीमों के दो मुकाबले के बाद भारत के खाते में दो जीत के बाद 8 अंक थे, जबकि श्रीलंका को पास एक जीत के बाद 4 अंक. वहीं, पाकिस्तान को दोनों मैचों में हार का सामना करना पड़ा था, जिस कारण वो अपना खाता भी नहीं खोल पाया था.