पाकिस्तानी खिलाड़ी दानिश कनेरिया ने कहा कि अगर उन्होंने धर्म परिवर्तन कर लिया होता तो वह टीम के कप्तान बन जाते.
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पाकिस्तानी टीम के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया पाकिस्तानी टीम पर खूब बरसे हैं. उन्होंने टीम टीम की आलोचना करते हुए कहा कि टीम के किसी भी सदस्य ने उनका सपोर्ट नहीं किया. उनके मुताबिक पाकिस्तानी टीम दोस्ती-यारी में बनाई गई है. दानिश ने ड्रेसिंग रूम के कल्चर के बारे में भी बात की है. उन्होंने भारतीय टीम को अच्छा बताया है. उनके मुताबिक भारत में टीम सबसे पहले है.
एक मीडिया इदारे को दिए इंटरव्यू में दानिश ने कहा कि "पाकिस्तान में जो हो रहा है वह रिपोर्ट तक नहीं हुआ, मैं उसके खिलाफ अवाज उठाएंगा. मैं एक सनातनी हूं और हिंदू समुदाय के लिए आवाज उठाउंगा. मैं चाहूंगा कि इंडिया का हर शख्स और मीडिया ये आवाज उठाए."
दानिश ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि, "मैंने अगर धर्म परिवर्तन कर लिया होता तो आज मेरी ये हालत नहीं होती. मैं पाकिस्तान क्रिकेट टीम का कप्तान बन गया होता. मैं हार्ड कोर सनातनी हूं. मैं सनातन धर्म को बहुत प्यार करता हूं. मेरे लिए मेरा धर्म ही सब कुछ है."
दानिश ने श्रीराम के बारे में कहा कि "इनके कोच कहते हैं कि दिल-दिल पाकिस्तान नारा नहीं बजा, जय श्री राम का नारा बजा. पहले तो मैं इन्हें बता देता हूं कि जय श्री राम एक ग्रीटिंग है, वह वेलकम कर रहे हैं."
दानिश के मुताबिक "भारत में भी खिलाड़ी पूजा करते हैं, विराट कोहली-रोहित शर्मा भी पूजा करते हैं. मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज भी नमाज पढ़ते होंगे, लेकिन उन्होंने कभी इनकी तरह दिखावा नहीं किया और वह कभी मैदान पर नमाज पढ़ते नहीं दिखे."
दानिश ने बताया कि उन्हें कुछ खिलाड़ियों ने सपोर्ट किया है. दानिश का कहना है कि "मुझे इंजमाम उल-हक और शोएब अख्तर ने बहुत सपोर्ट किया है. हालांकि शाहिद अफरीदी ने मुझे बहुत सताया है. मेरे साथ खाना नहीं खाते थे, इतना ही नहीं धर्म परिवर्तन तक की बात करते थे. मेरा धर्म मेरे लिए सब-कुछ है."