जिनपर है बेटियों को बचाने की जिम्मेदारी, उनके दामन पर हैं बड़े दाग, अब कौन लेगा सुरक्षा की जिम्मेदारी?
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जिनपर है बेटियों को बचाने की जिम्मेदारी, उनके दामन पर हैं बड़े दाग, अब कौन लेगा सुरक्षा की जिम्मेदारी?

MP-MLA Accused of Rape: कोलकाता के RG Kar Medical College  में जूनियर डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के बाद देश में राजनीतिक बवाल मचा हुआ है. राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं और रेपिस्टों को कड़ी से कड़ी सज़ा देने की बात कर रहे हैं. क्या आप जानते हैं कि महिलाओं के खिलाफ़ अपराध के लिए 151 सांसदों और विधायकों पर मामले दर्ज हैं?

जिनपर है बेटियों को बचाने की जिम्मेदारी, उनके दामन पर हैं बड़े दाग, अब कौन लेगा सुरक्षा की जिम्मेदारी?

MP-MLA Accused of Rape: कोलकाता के RG Kar Medical College में 9 अगस्त की देर रात 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी. ट्रेनी डॉक्टर के साथ इतनी बेरहमी से दरिंदगी की गई थी कि जिसने भी सुना उसकी रूह कांप गई. इतना ही नहीं, पिछले 15 दिनों में देश में कई ऐसी रेप की घटनाएं हुई हैं, जो आपको सोचने पर मजबूर कर दे रही हैं कि समाज में ऐसे दरिंदे अभी तक कैसे जिंदा हैं. कहीं, 16 साल की लड़की से पांच दरिंदों ने गैंगरेप किया, तो कहीं, 3 साल की बच्ची से दरिंदगी हुई और कहीं, स्कूली छात्राओं से गैंगरेप हुआ है. ये ऐसे मामले हैं, जो सामने आए हैं. 80 फीसद से ज्यादा रेप विक्टिम समाज के डर से मामले तक दर्ज नहीं करा पाती हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में हर दिन 87 रेप की रिपोर्ट दर्ज की जाती है. 

आखिर कौन लेगा महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी
ऐसे में पिछले 15 दिनों से देशभर में बच्चियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर न सिर्फ उबाल है, बल्कि यह एक राजनीतिक मुद्दा बन चुका है. आम नागरिक से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक, हर कोई को इस बात की चिंता सता रही हैं कि बच्चियों और महिलाओं की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाए, लेकिन सबसे बड़ी विडंबना है कि कानून बनाने वालों का ही दामन दागदार हो, तो आखिर कौन महिलाओं की सुरक्षा के लिए कानून बनाएगा? महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा? आज हम बात करने जा रहे हैं कि हम अपनी सुरक्षा के लिए जिन लोगों को अपना प्रतिनिधि चुनते हैं, वे कितने दागी हैं. देश में ऐसे कितने सांसद और विधायक हैं, जिन पर रेप और यौन हिंसा के आरोप लगे हैं? आइए जानते हैं...

ADR की रिपोर्ट में चौंकाने वाला दावा
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (ADR) ने सांसदों और विधायकों के चुनावी हलफनामों का विश्लेषण करने के बाद एक चौंकाने वाला दावा किया है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि देश में 151 सांसद और विधायक महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों का सामना कर रहे हैं. इनमें से 16 पर सीधे तौर पर रेप के मामले दर्ज हैं. ये आंकड़े सिर्फ उन विधायक और सांसदों के हैं, जिनके खिलाफ मुकदमें दर्ज हैं. ऐसे दागी नेताओं की वास्तविक संख्या का अंदाजा ही लगाया जा सकता है, जिनके आपराधिक प्रवृत्ति के किस्से हर किसी की जुबान पर हैं, लेकिन कोई भी मामला दर्ज कराने की हिम्मत नहीं जुटा पाता है. 

बीजेपी में हैं सबसे ज्यादा दागी सांसद और विधायक
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़े सबसे ज्यादा मामले पश्चिम बंगाल के सांसदों और विधायकों पर चल रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं के खिलाफ अपराध के लिए मुकदमे का सामना करने वाले सांसद और विधायकों में सबसे ज्यादा संख्या बीजेपी 54 की है. दूसरे नंबर पर कांग्रेस के 23, तीसरे पर चंद्रबाबू नायडू की पार्टी TDP के 17 सांसद और विधायक हैं. ADR ने 2019 से 2024 के बीच चुनावों के दौरान भारत के इलेक्शन कमीशन को सौंपे गए मौजूदा सांसदों और विधायकों के 4,809 हलफनामों में से 4,693 की जांच की हैं. जिसमें ADR 16 सांसदों और 135 विधायकों पर औरतों के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज हैं.

16 मौजूदा सांसद और विधायकों पर है रेप का इल्जाम
ADR की रिपोर्ट के मुताबिक, 16 मौजूदा सांसद और विधायक ऐसे हैं, जिनपर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा  376 के तहत रेप के मामले दर्ज हैं. जिसमें अगर सजा हो, तो न्यूनतम 10 साल और आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है. इमने दो सांसद और 14 विधायक शामिल हैं. इन सांसद और विधायकों ने महिलाओं पर बार-बार रेप और यौन हिंसा की है. बीजेपी और कांग्रेस के पांच-पांच मौजूदा विधायकों पर रेप के इल्जाम हैं.

इन राज्यों में सबसे ज्यादा दागी हैं विधायक और सांसद
सांसदों और विधायकों के चुनावी हलफनामों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा 25 मौजूदा सांसद और विधायक पर महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा समेत कई मुकदमें दर्ज हैं. इसके बाद आंध्र प्रदेश में 21 और ओडिशा में 17 सांसद और विधायक पर महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा के मामले दर्ज हैं. इसके अलावा दिल्ली में 13 विधायक, महाराष्ट्र में 12 विधायक और 1 सांसद, बिहार में 8 विधायक और 1 सांसद पर महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मुकदमें दर्ज हैं. वहीं, कर्नाटक में 7 विधायक, राजस्थान में 6 और मध्य प्रदेश में 5 विधायकों ने महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा के मामले दर्ज हैं. उत्तर प्रदेश में 3 विधायक और 1 सांसद के खिलाफ महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले लंबित हैं.

बीजेपी के पूर्व विधायक ने नाबालिग लड़की से की थी दरिंदगी
2017 में एक महिला ने तत्कालीन बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर पर अपहरण और रेप का इल्जाम लगाया था. घटना के वक्त महिला नाबालिग थी. पीड़िता के इल्जाम लगाने के बाद तत्कालीन विधायक कुलदीप सेंगर ने उसके परिवार के खिलाफ आपराधिक रचा और हमला भी करवाया. बीजेपी नेता ने पीड़िता के पिता को झूठे मामले में फंसाने के लिए झूठी एफआईआर दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद पीड़िता के पिता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. इस दौरान उनकी मौत हो गई थी. इसके बाद पीड़िता के पिता की मौत का आरोप कुलदीप सिंह सेंगर पर लगा था. इतना ही नहीं कुलदीप सेंगर ने पीड़िता पर हमला करवाया था जिसमें पीड़िता की मौत हो गई थी. इस मामले में सेंगर समेत कई लोगों को 10 साल की सजा हुई थी. फिलहाल पूर्व बीजेपी नेता जेल में हैं.

भारत में एक दिन में 87 महिलाएं होती हैं गैंगरेप की शिकार
भारत में हर दिन रेप के 87 मामले सामने आते हैं. दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, देश की राजधानी दिल्ली में एक दिन में रेप के 5.6 मामले सामने आते हैं. एनसीआरबी के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बलात्कार के मामलों में 13.23 फीसद की वृद्धि हुई है. राजस्थान (6342), मध्य प्रदेश (2947), उत्तर प्रदेश (2845) के बाद दिल्ली (1252) वह स्थान है, जहां रेप के सबसे ज्यादा मामले हैं. बलात्कार के मामले में वैश्विक रैंकिंग में भारत 93वें स्थान पर है.

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