Dadasaheb Phalke Award: आशा पारेख को 30 सितंबर को सिनेमा के सबसे बड़े पुरस्कार दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा जाएगा. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस बात का ऐलान किया.
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Dadasaheb Phalke Award: बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा आशा परेख (Asha Parekh) को सिनेमा के सबसे बड़े अवार्ड दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा जाएगा. आशा पारेख 60-70 के दशक में सिनेमा पर करती थीं. आशा पारेख को 30 सितंबर को इस अवार्ड से नवाजा जाएगा. आशा पारेख को भारतीय सिनेमा में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए इस अवार्ड से नवाजा जा रहा है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आशा पारेख को पुरस्कार देने का ऐलान किया है.
आशा पारेख ने कई मशहूर फिल्में बनाई हैं. जिनमे 'जब प्यार किसी से होता है', 'घराना', 'भरोसा', 'मेरे सनम', 'तीसरी मंजिल', 'दो बदन', 'उपकार', 'शिकार', 'साजन', 'आन मिलो सजना' प्रमुख है. आशा पारेख ने 95 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है.
आशा पारेख 2 अक्टूबर 1942 को गुजरात में जन्मीं. उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरूआत चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर की. फिल्म 'आसमान' में वह पहली बार नजर आईं. यह साल 1952 में रिलीज हुई थी. आशा पारेख ने 'दिल देके देखो' से बतौर एक्ट्रेस शुरूआत की. यह फिल्म बहुत कामयाब रही थी. फिल्म का निर्देशन नासिर हुसैन ने किया था.
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आशा पारेख ने कभी शादी नहीं की. उनके बारे में यह मशहूर है कि निर्देशक नासिर हुसैन से उनका अफेयर था. एक इंटरव्यू के दौरान आशा पारेख ने कबूल किया था कि वह नहीं चाहतीं कि नासिर अपने परिवार से अलग हों इसलिए उन्होंने कभी शादी नहीं की थी.
आशा पारेख अपने वक्त में सबसे ज्यादा फीस लेने वाली अदाकारा में शामिल थीं. कहा जाता वह उस वक्त उतनी फीस लेती थीं जितनी मेल एक्टर्स की भी नहीं होती थी. उन्हें हिट गर्ल के नाम से जाना जाता था. काफी लंबे करियर में आशा पारेख ने कई हिट फिल्में दीं. टेलीविजन पर सीरियल्स का निर्देशन करने के लिए आशा पारेख ने साल 1995 में रिटायरमेंट ले लिया था.
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