भोजपुरी फिल्मों की सफलता का नया फॉर्मूला, पाकिस्तान कनेक्शन दे रहा है कामयाबी
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भोजपुरी फिल्मों की सफलता का नया फॉर्मूला, पाकिस्तान कनेक्शन दे रहा है कामयाबी

Pakistan Connection in Bhojpuri Films: भोजपुरी फिल्मों में पाकिस्तान कनेक्शन ख़ूब काम कर रहा है. इस थीम पर बनने वाली फिल्मों को ना सिर्फ बिहार और यूपी में पसंद किया जा रहा है बल्कि उन राज्यों में भी काफी पसंद किया जा रहा है जहां बिहार के लोग रहते है.

भोजपुरी फिल्मों की सफलता का नया फॉर्मूला, पाकिस्तान कनेक्शन दे रहा है कामयाबी

भोजपुरी फिल्म: फिल्मों को हिट कराने के लिए फिल्म मेकर काफ़ी मेहनत है. फिल्म को कामयाब बनाने के लिए नए नए फॉर्मूला अपनाते हैं. यहीं वजह है कि  भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में कुछ बरसों से एक नया ट्रेंड चल गया है जो फिल्मों को हिट कराने का अलग फार्मूला है. इस नए ट्रेंड में भोजपुरी फिल्मों का पाकिस्तान कनेक्शन ख़ूब हिट हो रहा है. भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में 2015 में एक भोजपुरी फिल्म आई जिसका नाम था 'पटना से पाकिस्तान', जिसमें भोजपुरी के सुपर स्टार दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' के अलावा आम्रपाली और काजल राघवानी ने अहम रोल अदा किया था. इसके बाद 2016 में फिल्म आई 'ले आईब दुल्हनिया पाकिस्तान से'. इस फिल्म में विशाल सिंह और तनुश्री की जोड़ी को लोगों ने काफी पसंद किया.

भोजपुरी फिल्मों का नया ट्रेंड 'पाकिस्तान कनेक्शन'

नए ट्रेंड पाकिस्तान कनेक्शन की एक और कड़ी में 5 अगस्त को रिलीज़ होने वाली भोजपुरी फिल्म 'दुल्हन चाही पाकिस्तान से' का नाम शामिल है. ये फिल्म बिहार और यूपी के लोगों को काफी पसंद आ रही है और दोनों ही स्टेट के सिनेमाहाल में कामयाबी के झंडे गाड़ रही है. आमतौर पर ऐसा देखा गया है कि बॉलीवुड में 26 जनवरी या फिर 15 अगस्त को देशभक्ति पर बनी फिल्में रिलीज़ की जाती हैं. लेकिन बावजूद इन दोनों फिल्मों ने अच्छा बिज़नेस किया. लोग फिल्में देखने के लिए सिनेमाहाल का रूख़ कर रहे हैं. भोजपुरी फिल्म समीक्षक फिल्मों की कामयाबी के लिए पाकिस्तान कनेक्शन को बड़ी वजह मान रहे हैं.

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हिट की गारंटी मानी जाती हैं
भोजपुरी फिल्मों में डारेक्टर ऐसे डायलॉग पर फोकस रखते है जो लोगों के दिल को छू जाएं. जैसे फिल्म 'पटना से पाकिस्तान' में निरहुआ का एक डायलॉग है जिसमें वे बोलते हैं 'लाहौर से गुज़रेगी गंगा, इस्लामाबाद की छाती पर लहराएगा तिरंगा'. भोजपुरी फिल्में केवल बिहार, झारखंड या यूपी में ही पसंद नहीं की जाती हैं बल्कि ऐसी जगहों पर भी ख़ूब पसंद की जाती हैं जहां बिहार के रहने वाले लोगों की बड़ी तादाद मौजूद है. भोजपुरी में बनने वाली पाकिस्तान कनेक्शन की फिल्मों का बजट ज़्यादा नहीं होता. ये फिल्में 3 से 5 करोड़ तक बन जाती हैं. और रिलीज़ के कुछ ही सप्ताह में अपनी लागत आसानी से निकाल लेती हं.

दर्शकों को ख़ूब आती हैं पसंद

भोजपुरी में पाकिस्तान कनेक्शन पर बनी फिल्म का मतलब है फायदे का सौदा. भोजपुरी सिनेमा में ये एक हिट फॉर्मूला बन गया है जो दर्शकों को सिनेमाहाल तक खींच लाने में सफल होता है. इस बात का सबूत ये ही कि फिल्म 'पटना से पाकिस्तान' 3 करोड में बनी, जबकि इसने 6 करोड़ का बिज़नेस किया .. वहीं 'ले आईब दुलहनिया पाकिस्तान से' सिर्फ बिहार झारखंड में 50 लाख कमा कर अपनी लागत निकालने में कामयाब रही. इसके अलावा 'तिरंगा पाकिस्तान में', 'दुलहन चाही पाकिस्तान से', 'इलाहाबाद से इस्लामाबाद' और 'ग़दर' जैसी भोजपुरी फिल्मों का ताना बाना पाकिस्तान के इर्द गिर्द ही बुना गया हैं. 

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