पूर्व टेनिस स्टार सानिया मिर्जा हज पर हुईं रवाना, सोशल मीडिया पर लिखा भावुक कर देने वाला नोट
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पूर्व टेनिस स्टार सानिया मिर्जा हज पर हुईं रवाना, सोशल मीडिया पर लिखा भावुक कर देने वाला नोट

Sania Mirza leaves for Hajj 2024: पूर्व भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा हज के सफर पर रवाना हो गई हैं. इससे पहले सानिया मिर्जा उमरा भी कर चुकी हैं. पिछले साल टेनिस से रिटायरमेंट लेने के ठीक बाद सानिया ने अपने करीबी लोगों के साथ उमरा किया था. उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर कई तस्वीरें साझा कीं, जिसमें उनके माता-पिता बहन और उनके बेटे नज़र आए थे.

पूर्व टेनिस स्टार सानिया मिर्जा हज पर हुईं रवाना, सोशल मीडिया पर लिखा भावुक कर देने वाला नोट

Sania Mirza leaves for Haj pilgrimage: पूर्व भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा हज के सफर पर रवाना हो गई हैं. सानिया ने सोशल मिडिया के इसकी जानकारी देते हुए एक पोस्ट में लिखा कि काफी इंतजार के बाद इस पाक सफर जाने का मौका मिला है. 

सानिया मिर्जा हज की अपनी पाक सफर शुरू कर चुकी हैं. पूर्व टेनिस खिलाड़ी ने अपने सोशल मीडिया पर ऐलान करते हुए लिखा, "पाक सफर पर निकलने का मौका मिला है" जानकारी के मुताबिक वह जल्द ही सऊदी अरब के पाक शहर मक्का में होंगी.

अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट "एक्स" पर एक लंबे नोट में, सानिया ने लिखा, "मेरे प्यारे दोस्तों, मैं एक नए अनुभव की तैयारी कर रही हूं. मैं आप सभी से अपनी सभी गलतियों की माफ़ी मांगती हूं.मेरा दिल इस वक्त काफी भावुक से भरा हुआ है. मुझे उम्मीद है कि अल्लाह मेरी दुआ करेंगे."

मिर्जा ने आगे लिखा, "मैं बहुत खुशनसीब हूं. कृपया मुझे अपने दुआओं याद में रखें. मैं जिंदगी की एक बेहद खास सफर पर निकल रही हूं. मुझे उम्मीद है कि मैं एक बेहतर इंसान के रूप में एक अच्छा दिल और मजबूत ईमान के साथ वापस आऊंगी."

बता दें, इससे पहले सानिया मिर्जा उमरा भी कर चुकी हैं. पिछले साल टेनिस से रिटायरमेंट लेने के ठीक बाद सानिया ने अपने करीबी लोगों के साथ उमरा किया था. उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर कई तस्वीरें साझा कीं, जिसमें उनके माता-पिता बहन और उनके बेटे नज़र आए थे. उन्होंने कैप्शन लिखा था, "अल्हम्दुलिल्लाह. अल्लाह हमारी दुआएं कबूल करे."

हज और उमरा में क्या अंतर है?
जो लोग नहीं जानते, उनके लिए हज हर मुसलमान के लिए फर्ज (अनिवार्य) है, जबकि उमरा एक सुन्नत है. हज इस्लाम का पांचवां स्तंभ भी है, एक लंबी और मजहबी सफर है जो साल के एक निश्चित समय के दौरान ही की जाती है. दूसरी तरफ, उमरा साल के किसी भी समय किया जा सकता है.

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