Beirut News: सीरिया में इस्लामिक स्टेट आतंकवादियों की एक समूह के लड़ाकों ने गुरुवार को सरकार के कब्जे वाले इलाकों में लगातार दो हमले किए, जिसमें कम से कम  28 सीरियाई सैनिकों को मरने की खबर है. जबकि देश के पूर्वी हिस्से में अल-तैयबा शहर के पास हुए इस हमले में सात लोग घायल हो गए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, मारे गए सरकार के समर्थकों में ज्यादातर कुद्स ब्रिगेड के सदस्य शामिल हैं. 


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बता दें कि कुद्दस समूह को हाल ही में मास्को ने समर्थन दिया है. इस ग्रुप में ज्यादातर फलस्तिनी लड़ाके शामिल हैं. खबर है कि ISI के इस हमले में मरने वाले सभी 28  सीरियाई लड़ाके फलस्तीन के ही हैं. ब्रिटेन में मौजूद सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने शुक्रवार को कहा, "गुरुवार देर रात एक सैन्य बस पर हुए हमले में 22 सीरियाई सैनिक और सहयोगी लड़ाके मारे गए. देश के पूर्वी हिस्से में अल-तैयबा शहर के पास हुए हमले में सात लोग घायल हो गए."


दूसरे हमले में 6 सैनिकों की मौत
वहीं, पूर्वी सीरियाई प्रांत दीर अल-जौर में एक दूसरे हमले में छह सीरियाई सैनिक मारे गए. हालांकि,  हमलों की जिम्मेदारी किसी भी ग्रुप ने अब तक नहीं ली है. लेकिन ऑब्जर्वेटरी ने कहा कि हमलों के पीछे इस्लामिक स्टेट समूह का हाथ होने की ज्यादा संभावना है. रिपोर्ट में बताया गया है, "पूर्वी सीरिया में अल्बु कमाल के पास एक बेस पर आईएस के एक दूसरे हमले में 6 सीरियाई सैनिक मारे गए."


सीरिया में लाखों लोगों की...
उल्लेखनीय है कि आईएस ने साल 2014 में सीरिया और इराक के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया. वहीं, मार्च 2011 में दमिश्क द्वारा सरकार विरोधी प्रदर्शनों करने के बाद से सीरिया के युद्ध में पांच लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और लाखों लोग विस्थापित हुए हैं.