भारत और UAE रुपये और दिरहम में करेंगे अपना कारोबार; कामगारों का क्या होगा फायदा ?
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भारत और UAE रुपये और दिरहम में करेंगे अपना कारोबार; कामगारों का क्या होगा फायदा ?

Abu Dhabi India rupee dirham trade: वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि रुपये और दिरहम में कारोबार बढ़ाने की संभावनाएं तलाश रहे हैं भारत और यूएई. इससे दोनों देशों के बीच कारोबार बढेगा. 

भारत और UAE रुपये और दिरहम में करेंगे अपना कारोबार; कामगारों का क्या होगा फायदा ?

अबू धाबीः वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कहा कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) रुपये और दिरहम में कारोबार को बढ़ाने की संभावनाएं तलाश रहे हैं. इससे दोनों मुल्कों के बाहिमी कारोबार को काफी बढ़ावा मिलेगा. गोयल ने कहा कि इसके अलावा इससे यूएई से भारत में धन भेजने की लागत भी कम होगी. गोयल ने कहा, “हमने रुपये-दिरहम कारोबार को और बढ़ाने पर विचार किया है, जिसे यूएई के केंद्रीय बैंक और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की कोशिशों से चलाया जा रहा है.” 

उन्होंने कहा, “मैंने अभी-अभी आरबीआई और यूएई के केंद्रीय बैंक के साथ चर्चा पूरी की है, और हम इसपर राजी हुए हैं कि उद्योग और बैंकरों के साथ मिलकर रुपये-दिरहम व्यापार को और ज्यादा तेजी से और बड़े पैमाने पर संचालित करने के लिए काम किया जाएगा.” गोयल यहां ‘निवेश पर भारत-यूएई के उच्चस्तरीय कार्यबल’ की 11वीं बैठक में हिस्सा लेने आए हैं. उन्होंने कहा कि घरेलू मुद्राओं से दोनों देशों के बीच हर प्रकार के कारोबार पर लगभग पांच फिसदी बचत होगी. दोनों पक्षों ने भारत में खाद्य और  औद्योगिक पार्क तैयार करने पर चर्चा की.

द्विपक्षीय कारोबार और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए भारत और यूएई के बीच पहले से ही पिछले साल मई में मुक्त कारोबार समझौता (एफटीए) हो चुका है. दोनों मुल्कों के बीच द्विपक्षीय कारोबार 2022-23 में बढ़कर 84.9 अरब डॉलर हो गया है, जो 2021-22 में 72.9 अरब डॉलर था.

गोयल ने कहा कि यूएई के निवेशक भारत में स्वच्छ ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, खाद्य प्रसंस्करण और वित्तीय सेवाओं जैसे मुखतलिफ शोबों में निवेश करने के ख्वांहिशमंद हैं. उन्होंने कहा कि भारत में यूएई के निवेशकों के लिए एयरलाइन शोबे में काफी संभावनाएं हैं, क्योंकि भारत सरकार यात्रा और पर्यटन क्षेत्रों पर काफी जोर दे रही है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “यूएई की कंपनियां वित्तीय सेवाओं में काफी दिलचस्पी दिखा रही हैं.” उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि कुछ दिन बाद हम सार्वजनिक क्षेत्रों और विनिर्माण व सेवा क्षेत्रों में अच्छा निवेश देखेंगे.” मंत्री ने कहा कि फार्मा, सड़क और राजमार्ग, बंदरगाह और दीगर बुनियादी गतिविधियों, स्वच्छ ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, सौर और पवन ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश आने के इमकान है.

Zee Salaam

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