Israel-Gaza War: उत्तरी गाजा पट्टी के जबालिया रिफ्यूजी कैंप के पास इसराइली टैंक ने अपने ही पांच सैनिकों की गोलाबारी मारकर मौत के घाट उतार दिया. आखिर इसराइल ने अपने ही सैनिकों के साथ ऐसा क्यों किया. पूरी खबर जानने के लिए स्क्रॉल करें.
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Israel-Gaza War: उत्तरी गाजा पट्टी के जबालिया रिफ्यूजी कैंप में गलती से इसराइली टैंक की गोलाबारी में पांच इसराइली सैनिकों की मौत हो गई, जबकि सात सैनिक बुरी तरह से घायल हो गए. इनमें से तीन की हालत नाजुक है. यह जानकारी गुरुवार को इसराइली रक्षा बलों (IDF) ने दी.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, इजराइली टैंको ने एक इमारत की खिड़की में बंदूक देखा, इसके बाद उन्होंने उसी दिशा में ताबड़तोड़ गोलाबारी कर दी, जिसमें पांच इसराइली सैनिकों की मौत हो गई. बताया जा है कि टैंक को ऑपरेट कर रहे सैनिकों को गलतफहमी हो गई. उन्होंने इमारत में मौजूद इराइली सैनिकों को हमास के आतंकी समझ गोलाबारी की.
वहीं, इस मालमले इसराइली सेना के अफसर ने कहा कि इसकी जांच कर रही है, आखिर सैनिकों को पहचानने में गलती कैसे हुई. आईडीएफ के मुताबिक पिछले साल 7 अक्टूबर के हमास के हमले के बाद से अब तक 626 इसराइली सैनिक मारे गए हैं.
लेबनान का जवाबी हमला
दूसरी तरफ, इसराइली फौजियों ने पूर्वी लेबनान में पूरी रात हवाई हमले किए. इसके जवाब में हिजबुल्लाह ने 16 मई को उत्तरी इसराइल पर दर्जनों रॉकेट दागे हैं.रिपोर्ट में बताया गया है कि लेबनान के कब्जे वाले गोलान हाइट्स और गलील में जारिट कम्युनिटी की तरफ करीब 45 रॉकेट दागे गए हैं. जिसके बाद देश की एयर डिफेंस सिस्टम सक्रिय हो गई. हालांकि, लेबनान के इस हमले में किसी के हताहत और जख्मी होने की खबर नहीं है.
इसराइली सैनिकों पर यह है आरोप
गौरतलब है कि हमास और इसराइल के बीच जारी जंग में अब तक 35 हजार से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई है, जबकि 78 हजार से ज्यादा लोग इस हिंसा में जख्मी हुए हैं. इसराइली सैनिकों पर गंभीर आरोप है कि वह लगातार रिफ्यूजी कैंप, स्कूल और हॉस्पिटल को निशाना बना रही है. वहीं, WHO ने दावा किया है कि गाजा में लोग भूखमरी के शिकार हो गए हैं. जिनमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं शामिल हैं.