बंगाल में बाढ़ से 15 की मौत, 3 लाख बेघर, राज्य सरकार ने केंद्र पर लगाया जानबूझकर बाढ़ लाने का आरोप
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बंगाल में बाढ़ से 15 की मौत, 3 लाख बेघर, राज्य सरकार ने केंद्र पर लगाया जानबूझकर बाढ़ लाने का आरोप

रियासती हुकूमत ने केंद्र सरकार अधिकार क्षेत्र वाले डीवीसी पर पानी छोड़ ‘मानव जनित आपदा’ लाने का इल्जाम लगाया जबकि भाजपा के राज्य तर्जुमान शमिक भट्टाचार्य ने इन आरोपों को ‘बेबुनियाद’ करार दिया है.

बंगाल का बाढ़ प्रभावित एक इलाका

कोलकाताः मगरबी बंगाल के छह जिलों में मंगल को सैलाब ने और ज्यादा खतरनाक शक्ल अखतियार कर लिया. सैलाब़ की वजह से राज्य में 15 लोगों की मौत हुई है और लाखों लोगों को बेघर या विस्थापित होना पड़ा है. वहीं दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) बांध के जिरए कथित तौर पर ज्यादा मिकदार में पानी छोड़े जाने को लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. अफसरान ने बताया कि गुजशता कुछ दिनों से हो रही बारिश और डीवीसी के बांध से पानी छोड़ने से करीब तीन लाख लोग विस्थापित हुए हैं. वहीं, पूर्वी वर्द्धमान, पश्चिम वर्द्धमान, पश्चिमी मेदिनीपुर, हुगली, हावड़ा और दक्षिण 24 परगना के बड़े हिस्से पानी में डूब गए हैं. डीवीसी ने 31 जुलाई से मंगल की शाम तक 5.43 लाख क्यूसेक पानी
छोड़ा है. 

ममता बनर्जी कल करेंगे सैलाब मुतासिर जिलों का सर्वे 
अफसरान ने बताया कि राहत और बचाव कार्य पर नजर रख रहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुतासिर इलाकों में अपने मंत्रियों को भेजा है और बुध को हालात का जायजा लेने के लिए उनके हावड़ा और हुगली जिलों का हवाई सर्वे करने के इमकान हैं. बनर्जी इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक करेंगी.

हुगली और हावड़ा जिले में हालात बेहद खराब
अफसर के मुताबिक हुगली जिले में अकेले करीब 79 हजार लोग बाढ़ से मुतासिर हैं और लाखों रुपये की फसल और मवेशियों का नुकसान हुआ है. जिले में करीब 345 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और 34 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में लगी फसल बर्बाद हो गई है. 1159 घरों को नुकसान पहुंचा है. लोगों के लिए इस समय 89 राहत शिविर खोले गए हैं. कोलकाता के पड़ोसी हावड़ा जिले में हालात बेहद खराब है, जहां पर 10 ग्राम पंचायतों के करीब 1.8 लाख लोग प्रभावित हैं. सात ग्राम पंचायत पूरी तरह से जलमग्न हैं जबकि तीन ग्राम पंचायत आंशिक रूप से जलमग्न हैं. पश्चिम मेदिनीपुर में 172 ग्राम पंचायत और सात नगर पालिका बाढ़ से प्रभावित है. 

केंद्र सरकार पर मानव जनित आपदा लाने का इल्जाम लगाया 
अधिकारी ने बताया कि राहत शिविरों में, एक लाख तिरपाल, एक हजार मीट्रिक टन चावल, पीने के पानी के पैकेट और साफ कपड़े भेजे गए हैं. सोमवार को सेना और वायुसेना ने हुगली जिले में राहत और बचाव कार्य अपने हाथ में लिया था. वहीं, राज्य में बाढ़ के हालात को लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का भी दौर शुरू हो गया है। महापात्र ने केंद्र सरकार अधिकार क्षेत्र वाले डीवीसी पर पानी छोड़ ‘मानव जनित आपदा’ लाने का इल्जाम लगाया जबकि भाजपा के राज्य तर्जुमान शमिक भट्टाचार्य ने इन आरोपों को ‘बेबुनियाद’ करार दिया है. उन्होंने कहा कि डीवीसी द्वारा पानी छोड़े जाने के पीछे मजबूत आधार है.

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