BJP Bihar state president Samrat Chowdhary is 'Yogi of Bihar': बिहार के नए प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी की नियुक्ति के बाद से राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है. उत्साह इतना है कि अभी से चौधरी को राज्य का सीएम घोषित कर दिया है, जिसपर महागठबंधन के घटक दल भ्ज्ञी चुटकी ले रहे हैं.
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पटनाः बिहार भाजपा का अगला एक्सपेरिमेंट वाला राज्य हो सकता है, जहां वह सत्ता हासिल करने के लिए पश्चिम बंगाल की तरह नए प्रयोग कर सकती है. आने वाले लोकसभा चुनाव और 2025 के विधानसभा चुनावों को देखते हुए भाजपा ने राज्य में नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है.. प्रदेश अध्यक्ष नीतीश कुमार की ही जाति से हैं. इससे समझा जा रहा है कि भाजपा नीतीश के कोर वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश कर रही है. इसके लिए अभी से प्रदेश में माहौल बनने शुरू हो गए हैं. बिहार की राजधानी पटना की सड़कों पर मंगलवार को ऐसे पोस्टर दिखाई दिए, जिनमें पिछले नव नियुक्त प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी को एक तरह से मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित किया गया है.
'आ गए हैं सम्राट भैय्या, खाली करो 1 अणे मार्ग’
पटना की सड़कांं पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी के बड़े-बेड़े पोस्टर्स लगे हैं, जिनमें उन्हें बिहार का अगला मुख्यमंत्री बताया गया है. इसके साथ ही उन्हें पोस्टर में 'बिहार का योगी’ बताया गया है. पोस्टर में आगे लिखा है, ’आ गए हैं सम्राट भैय्या, खाली करो 1 अणे मार्ग’. गौरतलब है कि अणे मार्ग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आधिकारिक निवास स्थान है. चौधरी को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह पेश किया गया है. चूंकि योगी, अभी भाजपा के आइकोनिक मुख्यमंत्री हैं, और भाजपा समर्थकों और कार्यकर्ताओं में बेहद लोकप्रिय हैं.
महागठबंधन ने भाजपा पर कसा तंज
भाजपा के इस पोस्टर पर तंज कसते हुए राज्य में सत्तारूढ़ 'महागठबंधन’ ने पूछा है कि क्या बिहार में भाजपा ने उन नेताओं को छोड़ दिया है, जिन्होंने लंबे अरसे तक पार्टी की सेवा की है, और चौधरी पर उम्मीदें लगा रही हैं. चौधरी इससे पहले लंबे अरसे तक राजद के साथ रहे हैं और भगवा खेमा ज्वाइन करने के पहले वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जदयू के साथ थे. राजद ने कहा है कि ऐसा लगता है कि भाजपा नंद किशोर यादव, प्रेम कुमार और जनक राम जैसे लोगों को भूल गई है. जद (यू) एमएलसी और प्रवक्ता नीरज कुमार ने नीतीश कुमार सरकार में पूर्व मंत्रियों का नाम लेते हुए उनका जिक्र किया है, भाजपा के ओबीसी या दलित नेता हैं. वहीं राजद विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने कहा कि पोस्टर भाजपा के “राजनीतिक दिवालियापन“ को दर्शाता है.
मुख्यमंत्री कौन, इसका फैसला चुनाव जीतने के बादः भाजपा
इस बीच, भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने सम्राट चौधरी को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह बिहार का योगी कहे जाने पर सफाई देते हुए कहा कि भाजपा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद पार्टी योगी को सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में देखा जाता है. इसलिए कार्यकर्ता उन्हें बिहार का योगी बता रहे हैं. प्रसाद ने अगे कहा, “मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला विधानसभा चुनाव जीतने के बाद होगा, लेकिन वह निश्चित रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकप्रिय होगा. "
गौरतलब है कि प्रदेश भाजपा प्रमुख पद पर चौधरी की नियुक्ति, लोकसभा चुनाव से एक साल पहले हुई है. वहीं 2025 में विधानसभा चुनाव भी होंगे. भाजपा द्वारा ’महागठबंधन’ के कुशवाहा वोटों में कटौती करने और ओबीसी एकता को विफल करने के प्रयास के रूप में सम्राट की नियुक्ति को देखा जा रहा है.
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