राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक मोख्ता ने कहा कि लाहौल-स्पीति में, कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और कई भूस्खलन के कारण लगभग 60 वाहन फंसे हुए हैं. शिमला मौसम विज्ञान केंद्र ने ’रेड अलर्ट’ चेतावनी जारी की है, जबकि मौसम विभाग के एक तर्जुमान ने कहा कि 30 जुलाई तक पूरे जम्मू-कश्मीर में व्यापक रूप से रुक-रुक कर बारिश जारी रहने के इमकान हैं.
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शिमला/जम्मूः हिमाचल प्रदेश और केन्द्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बारिश की वजह से आई बाढ़ से बुध को कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और कई मकानों, खड़ी फसलों और एक लघु पनबिजली संयंत्र क्षतिग्रस्त हो गया. अफसरों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के एक सुदूर गांव में बुध की सुबह साढ़े चार बजे बादल फटने से सात लोगों की मौत हो गई और 17 दीगर अफराद जख्मी हुए हैं जबकि पर्वतीय राज्य में अचानक आई बाढ़ में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई, दो घायल हो गए और सात लापता हो गए. केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में कारगिल के विभिन्न क्षेत्रों में दो बादल फटने से एक लघु पनबिजली परियोजना, लगभग 12 मकान और खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा है.
Himachal Pradesh | 9 deaths and 7 persons missing following flash floods in Kullu and Lahaul-Spiti districts, says Disaster Management Authority pic.twitter.com/IJQvzLl1X5
— ANI (@ANI) July 28, 2021
हिमाचल में जेसीबी मशीन तक को बहा ले गया पानी
राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति में उदयपुर के तोजिंग नाले में आई बाढ़ में 7 अफराद की मौत हो गई, दो घायल हो गए और तीन अभी भी लापता हैं, जबकि चंबा में दो लोगों की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि कुल्लू जिले में एक महिला, उसके बेटे, एक जलविद्युत परियोजना अधिकारी और दिल्ली के एक पर्यटक सहित चार लोगों के मारे जाने का अंदेशा है. लाहौल के उदयपुर में मंगल की रात करीब आठ बजे बादल फटने के कारण अचानक आई बाढ़ में मजदूरों के दो तम्बू और एक निजी जेसीबी मशीन बह गई. उदयपुर के तोजिंग नाले में अचानक आई बाढ़ में 12 मजदूर बह गए. इनमें से सात लाशें बरामद की गई हैं, दो को बचाया गया और तीन अभी भी लापता हैं.
किश्तवाड़ में 7 की मौत कई लापता
किश्तवाड़ में नाले के किनारे वाके 19 घर, 21 गौशाला और राशन डिपो के अलावा एक पुल भी बादल फटने से क्षतिग्रस्त हो गया है. एक पुलिस अफसर ने बताया, ‘‘बादल फटने से मुतासिर गांव (किश्तवाड़) से सात लाशें बरामद बकी गई हैं, जबकि 17 दीगर को बचा लिया गया.’’ 14 लापता लोगों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है, बचाए गए पांच लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है. जम्मू और कश्मीर में, पुलिस महानिदेशक-सह-कमांडेंट जनरल होम गार्ड, नागरिक सुरक्षा और एसडीआरएफ, वी के सिंह ने कहा कि बादल फटने में मारे गए सात लोगों में दो औरतें भी शामिल हैं.
खराब मौसम से राहत और बचाव में आ रही है बाधा
लाहौल-स्पीति के उपायुक्त नीरज कुमार ने को बताया कि भूस्खलनों के मलबे में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) का एक दल बुलाया गया है. जम्मू और कश्मीर में, पुलिस महानिदेशक-सह-कमांडेंट जनरल होम गार्ड, नागरिक सुरक्षा और एसडीआरएफ, वी के सिंह ने कहा कि किश्तवाड़ से हमारी एक एसडीआरएफ टीम प्रभावित गांव में पहुंच गई और दो और टीमें डोडा और उधमपुर जिलों से जा रही हैं. एसडीआरएफ की दो और टीमें जम्मू और श्रीनगर से इसमें शामिल होने के लिए मौसम में सुधार का इंतजार कर रही हैं. उन्होंने कहा, ‘‘खराब मौसम बचाव अभियान में बाधा डाल रहा है क्योंकि हमारी टीमें हवाई अड्डों पर इंतजार कर रही हैं.’’ एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि बचाव अभियान में नागरिक प्रशासन की सहायता के लिए सेना की दो टुकड़ियां तैनात की गई हैं.
30 जुलाई तक बाढ़ और बारिश का रेड अलर्ट जारी
राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक मोख्ता ने कहा कि लाहौल-स्पीति में, कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और कई भूस्खलन के कारण लगभग 60 वाहन फंसे हुए हैं. भूस्खलन के कारण राज्य के कई अन्य हिस्सों में कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं. इस बीच, हिमाचल प्रदेश के मुखतलिफ हिस्सों में भारी बारिश जारी है, जबकि जम्मू इलाके के ज्यादातर हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है और जुलाई के आखिर तक और बारिश होने के इमकान हैं. किश्तवाड़ में अफसरों ने सैलाब के खदसे वाले इलाकों में रहने वाले लोगों को खबरदार रहने को कहा है. शिमला मौसम विज्ञान केंद्र ने ’रेड अलर्ट’ चेतावनी जारी की है, जबकि मौसम विभाग के एक तर्जुमान ने कहा कि 30 जुलाई तक पूरे जम्मू-कश्मीर में व्यापक रूप से रुक-रुक कर बारिश जारी रहने के इमकान हैं.
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