राजनितिक दल बनाने और योगी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान करने वाले Ex. IPS अमिताभ ठाकुर गिरफ्तार
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam974184

राजनितिक दल बनाने और योगी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान करने वाले Ex. IPS अमिताभ ठाकुर गिरफ्तार

अमिताभ ठाकुर को लखनऊ आयुक्तालय की हजरतगंज कोतवाली पुलिस ने एक दुष्कर्म पीड़िता और उसके सहयोगी को आत्महत्या के लिए उकसाने समेत कई गंभीर आरोपों में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. उत्तर प्रदेश कैडर के पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने शुक्रवार को सुबह कहा कि वह जल्द ही एक नई राजनीतिक पार्टी बनाएंगे.

अमिताभ ठाकुर, पूर्व आईपीएस

लखनऊः राजनीतिक दल बनाने की घोषणा करने के कुछ ही घंटों बाद शुक्रवार को भारतीय पुलिस सेवा के उत्तर प्रदेश कैडर के साबिक अफसर अमिताभ ठाकुर को लखनऊ आयुक्तालय की हजरतगंज कोतवाली पुलिस ने एक दुष्कर्म पीड़िता और उसके सहयोगी को आत्महत्या के लिए उकसाने समेत कई गंभीर आरोपों में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. हजरतगंज कोतवाली पुलिस के मुताबिक अमिताभ ठाकुर को गिरफ्तार कर उनका डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में चिकित्सीय परीक्षण कराया गया और मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. हजरतगंज पुलिस ने अमिताभ ठाकुर को शुक्रवार को उनके गोमतीनगर स्थित आवास से गिरफ्तार किया है. अमिताभ ने ट्विटर पर कहा, ‘‘पुलिस बिना कोई कारण बताए उनको जबरन हजरतगंज कोतवाली में ले गई है.’’ हालांकि लखनऊ के पुलिस आयुक्त डी के ठाकुर ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की और बताया कि एक दुष्कर्म पीड़िता और मामले के गवाह की मौत के बाद दर्ज कराये गये मामले में पूर्व आईपीएस की गिरफ्तारी की गई है. 

ठाकुर ने आज सुबह की थी राजनीति दल बनाने की घोषणा 
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश कैडर के पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने शुक्रवार को सुबह कहा कि वह जल्द ही एक नई राजनीतिक पार्टी बनाएंगे. ठाकुर को वक्त से पहले ही सरकार ने अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी थी और उन्होंने अगले वर्ष की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा लिए गए एक निर्णय के बाद ठाकुर को 23 मार्च को जनहित में अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई थी. केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक आदेश में ठाकुर के बारे में कहा गया था (2028 में ठाकुर की सेवा पूरी होती) उन्हें अपनी सेवा के शेष कार्यकाल के लिए बनाए रखने के लिए उपयुक्त नहीं पाया गया. 

सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह करने वाली लड़की को उकसाने का इल्जाम  
पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि पीड़िता और उसके सहयोगी द्वारा 16 अगस्त को उच्चतम न्यायालय के समक्ष आत्मदाह का प्रयास करने के संबंध में शासन ने एक जांच समिति का गठन किया था. इसमें पुलिस महानिदेशक (पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड) और अपर पुलिस महानिदेशक (महिला सुरक्षा एवं बाल सुरक्षा संगठन) को शामिल किया गया था .’’गोयल ने बताया कि संयुक्त जांच समिति ने अपनी अंतरिम जांच रिपोर्ट में पीडिता और उसके सहयोगी गवाह को आत्महत्या के लिए उकसाने और अन्य आरोपों में सांसद अतुल राय और पूर्व पुलिस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया. उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में सांसद अतुल राय और सेवानिवृत्त आईपीएस अमिताभ ठाकुर के खिलाफ मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की गई है और विवेचना के दौरान ठाकुर की गिरफ्तारी की गई है.

आत्मदाह करने वाली लड़की और उसके दोस्त की हो गई है मौत 
काबिल-ए-जिक्र है कि मऊ जिले के घोसी लोकसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के सांसद अतुल राय पर दुष्कर्म का इल्जाम लगाने वाली पीड़िता की मंगलवार को दिल्ली में उपचार के दौरान मौत हो गई थी. इससे पहले 16 अगस्त को पीड़ित लड़की और उसके मित्र सत्यम राय ने उच्चतम न्यायालय के सामने खुद को आग के हवाले कर दिया था और उपचार के दौरान 21 अगस्त को सत्यम राय की और 24 अगस्त को पीड़ित लड़की की मौत हो गई थी. आत्मदाह से पहले दोनों ने सोशल मीडिया पर अपनी पीड़ा लोगों से साझा की थी. बलिया जिले की रहने वाली पीड़िता वाराणसी के यूपी कालेज की छात्रा थी और उसने मई 2019 में वहां लंका थाने में अतुल राय के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था.

ठाकुर पर आरोपी सासंद के पक्ष में पीड़ित को धमकाने का इल्जाम 
आरोप के मुताबिक, सांसद के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराये जाने के दौरान ही उनके लोगों द्वारा लगातार मानसिक व शारीरिक यातनाएं दी जा रही थी और मामले में बयान बदलने व कार्यवाही न करने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है. तहरीर में यह भी कहा गया है कि सांसद अतुल राय व अमिताभ ठाकुर द्वारा उसकी छवि खराब करने के लिए अत्यंत गंभीर आरोप लगाये जा रहे हैं. पीडिता ने यह भी आरोप लगाया कि अमिताभ ठाकुर उसके गवाह का नाम किसी अपराधी के साथ जोड़कर दिखा रहे और आडियो वायरल कर रहे हैं जिससे व्यथित होकर मेरे गवाह (सत्यम राय) आत्मदाह करने की बात कह रहे थे. तहरीर में यह भी उल्लेख है कि सांसद अतुल राय एक बाहुबली हैं और ऐसे में अमिताभ ठाकुर जैसे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी द्वारा उसकी मदद करना हमें भविष्य में आत्महत्या के लिए मजबूर कर सकता है.

पीड़ित लड़की के परिजनों को योगी से इंसाफ की उम्मीद 
उधर, बलिया में पत्रकारों से बातचीत में पीडिता के भाई ने कहा कि योगी सरकार से इंसाफ मिलने की उम्मीद है. भाई ने कहा कि सरकार की कार्रवाई को देखकर परिवार आगे की रणनीति पर फैसला करेगा. भाई ने आज अपने गांव में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि परिवार चाहता है कि उनकी बेटी के साथ इंसाफ हो क्योंकि न्याय के लिए ही उसकी बहन ने मौत को आलिंगन कर लिया. उसकी बहन ने हर जगह न्याय के लिए लड़ाई लड़ी, लेकिन उसकी सुनी नहीं गई. गौरतलब है कि युवती के भाई के पहले उसके दादा ने बसपा सांसद अतुल राय पर संगीन इल्जाम लगाते हुए कहा था कि उनका परिवार सांसद से खौफजदा है और सांसद उनके घर पर अपने गुर्गों को भेजकर धमकी दिलाते हैं. 

Zee Salaam Live Tv

Trending news