नई दिल्ली: कांग्रेस के सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद ने आज पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस के अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में उन्होंने विस्तार से अपने इस्तीफ़े की वजह बताई है. गुलाम बनी के पार्टी छोड़ने पर अब कांग्रेस की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है.  आजाद के इस्तीफे पर निराशा जताते हुए कांग्रेस ने कहा कि गलत वक्त में गुलाम नबी आजाद ने पार्टी छोड़ी है.


त्यागपत्र में की गई बातें तथ्यामक नहीं हैं- बोली कांग्रेस


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कांग्रेस ने कहा कि आजाद उस वक्त पार्टी से नाता तोड़ना अफसोसनाक है. उनको जनता के मुद्दे पर लड़ाई लड़नी चाहिए थी. कांग्रेस इस समय सरकार के खिलाफ जोरदार अभियान चला रही है, उनको साथ होना चाहिए था. कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि गुलाम नबी आजाद जैसे वरिष्ठ नेता विपक्ष और जनता की आवाज को बल देते. त्यागपत्र में की गई बातें तथ्यामक नहीं हैं, इसका समय भी ठीक नहीं है.


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गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. वह लंबे वक्त से पार्टी की आला कियादत से नाराज चल रहे थे. पिछले दिनों कई मुद्दों पर कांग्रेस और गुलाब नबी आजाद के दरमियान मतभेद की खबरें आती रही हैं. अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर पार्टी के स्टैंड समेत कई मुद्दों पर गुलाम नबी आजाद ने खुलकर अपनी राय रखी है. गुलाम नबी आजाद ने पार्टी के अंदर नाराज समूह जी-23 का भी हिस्सा रहे हैं जो पार्टी के अंदर कई बड़े बुनियादी बदलाओं की वकालत करता रहा है.


गुलाम नबी आजाद ने 5 पन्नों पर मुश्तमिल एक खत सोनिया गांधी को लिखा है. इसमें उन्होंने लिखा है कि कांग्रेस पार्टी में ऐसी सूरते हाल पैदा हो गई है, जहां से वापस लौटना मुश्किल है. इसी महीने 18 अगस्त को ग़ुलाम नबी आज़ाद को जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस की चुनाव समिति का प्रमुख बनाया गया था.




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