Irfan Pathan on Rohit Sharma: बीसीसीआई के इस फैसले पर नाराज हुए इरफान पठान, बोले यह नहीं है हमारा कल्चर
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Irfan Pathan on Rohit Sharma: बीसीसीआई के इस फैसले पर नाराज हुए इरफान पठान, बोले यह नहीं है हमारा कल्चर

Irfan Pathan on Rohit Sharma: इरफान पठान ने बीसीसीआई के फैसले पर सवाल उठाया है, उन्होंने रोहित शर्मा को लेकर लिए फैसले को गलत ठहराया है. पूरी खबर पढ़ने के लिए स्क्रॉल करें.

Irfan Pathan on Rohit Sharma: बीसीसीआई के इस फैसले पर नाराज हुए इरफान पठान, बोले यह नहीं है हमारा कल्चर

Irfan Pathan on Rohit Sharma: द बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया यानी बीसीसीआई ने गुरुवार को साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीनों फॉर्मेट में सीरीज का ऐलान किया था. इंडिया SA का दौरा करेगी और तीनों फॉर्मेट यानी टेस्ट, टी20 और ओडीआई मैच खेलेगी. दरअसल, बीसीसीआई का एक ऐसा फैसला, जिस पर अब तक किसी का ध्यान नहीं गया था, जिसका भारत के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी इरफान पठान ने कड़ा विरोध किया था. हालांकि वह इसका कारण समझते हैं, लेकिन पठान ने भविष्य की चयन समिति को आगाह किया और बताया कि यह फैसला टीम इंडिया के लिए एक सफल कॉल क्यों नहीं होगी.

बीसीसीआई का बड़ा फैसला, नाराज हुए पठान

भारत के रेग्युलर कप्तान रोहित शर्मा को व्हाइट गेंद के दो फॉर्मेट यानी टी20 और ओडीआई में रेस्ट दिया गया है, और वह सीधे टेस्ट क्रिकेट में खेलते नजर आएंगे. टी20 और ओडीआई के लिए बोर्ड ने अलग-अलग कप्तान का चयन किया है. टी20 फॉर्मेट में सूर्यकुमार यादव कप्तानी करेंगे जो हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कप्तानी करते नजर आए थे. वहीं ओडीआई फॉर्मेट में टीम की कमान केएल राहुल के पास रहेगी.

क्या बोले इरफान पठान?

स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए, पठान ने बीसीसीआई के स्प्लिट कैप्टेंसी के कदम की कड़ी आलोचना की और कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम की संस्कृति में ऐसा नहीं होना चाहिए. इरफान पठान ने कहा,"यह फ्यूचर के लिए एक संकेत हो सकता है, जिसका मैं बहुत बड़ा प्रशंसक नहीं हूं. इस बारे में लंबे वक्त से बातचीत चल रही है कि क्या हम स्प्लिट कैप्टेंसी कर सकते हैं. यह सच है कि कार्यभार प्रबंधन यहां किया गया है. यह साफ है कि रोहित शर्मा को सफेद गेंद वाले क्रिकेट से ब्रेक लेना पड़ा, इसलिए आप उन्हें वहां नहीं देख रहे हैं."

उन्होंने आगे कहा कि आप उन्हें टेस्ट क्रिकेट में कप्तान के तौर पर देखेंगे. इसके साथ ही आप और चीजों को भी आगे जाते देखेंगे. यहां तक कि आप आप अलग-अलग फॉर्मेट के लिए अलग-अलग कोच को भी देख सकते हैं. मुझे लगता है कि हमारी संस्कृति में ऐसा न होना बेहतर है.

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