जम्मू कश्मीर पुलिस ने सैयद अली शाह गिलानी को सुपर्द ए खाक करने का वीडियो किया जारी
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जम्मू कश्मीर पुलिस ने सैयद अली शाह गिलानी को सुपर्द ए खाक करने का वीडियो किया जारी

पिछले बुधवार को रात करीब 10.35 बजे गिलानी का निधन हो गया. उनकी मौत के बाद अधिकारियों ने घाटी में व्यापक प्रतिबंध लगाए थे और मोबाइल टेलीफोन और इंटरनेट सुविधाओं को मुअत्तल कर दिया था. 

Syed Ali Shah Geelani, File Photo

श्रीनगर: सीनियर अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी की लाश को सुपर्द ए खाक करने को लेकर कथित तौर पर फैल रही अफवाहों का खंडन करने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस सिलसिले में एक वीडियो क्लिप पोस्ट किया, जिसमें सभी इस्लामी रस्मों पर अमल किया गया है.

पुलिस ने जो वीडियो क्लिप जारी किया है उससे पता चला है कि गिलानी की लाश को सही तरीके से नहला कर कफन में लपेटा गया और पाक कुरान की आयतों के बीच कब्र में सुपर्द ए खाक किया गया. उन्होंने चारों ओर फैली अफवाहों को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया है कि परिवार के सदस्यों से शव को कब्जे में लेने के बाद, पुलिस ने सीनियर अलगाववादी नेता को इस्लामिक तरीके से नहीं दफनाया था.

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पुलिस ने साफ किया है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिवंगत अलगाववादी नेता के परिवार से इस गुज़ारिश के साथ राब्ता किया गया था कि अगर गिलानी को सुबह दफनाया जाता है तो यह शांति और अमन के लिए सबसे से बेहतर होगा. पुलिस सूत्रों ने बताया, गिलानी के दो बेटे हमारी गुज़ारिश पर सहमत हो गए, लेकिन बाद में पाकिस्तान के दबाव में अलगाववादी नेता को दफनाने की तैयारी के दौरान परिवार के सदस्यों ने नारे लगाने और हंगामा करने की कोशिश की.

इस बीच, पुलिस ने गिलानी के परिवार के सदस्यों के खिलाफ पाकिस्तान के झंडे में शव लपेटने और राष्ट्र विरोधी नारे लगाने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधियों की रोकथाम अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की है.

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पिछले बुधवार को रात करीब 10.35 बजे गिलानी का निधन हो गया. उनकी मौत के बाद अधिकारियों ने घाटी में व्यापक प्रतिबंध लगाए थे और मोबाइल टेलीफोन और इंटरनेट सुविधाओं को मुअत्तल कर दिया था. अधिकारियों ने कहा कि पूरी घाटी में सूरते हाल अब सामान्य हो गई है और सरकारी कार्यालयों, बैंकों और शैक्षणिक संस्थानों में मौजूदगी भी सामान्य है.
(इनपुट- आईएएनएस)

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