Janakpur Railway Station: सीतामढ़ी जिले के जनकपुर रेलवे स्टेशन पर 25 जुलाई की देर रात पुलिस ने एक मुस्लिम शख्स की इतनी पिटाई की है कि उस व्यक्ति की पेट फटकर आंते बाहर आ गई थी. अब इस मामले में दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
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Janakpur Railway Station: बिहार के सीतामढ़ी जिले के जनकपुर रेलवे स्टेशन पर 25 जुलाई की देर रात पुलिस ने एक मुस्लिम शख्स की इतनी पिटाई की है कि उस व्यक्ति की पेट फटकर आंते बाहर आ गई थी. अब इस मामले में दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
पुलिस अधीक्षक ने क्या कहा?
मुजफ्फरपुर रेल पुलिस अधीक्षक गौरव मंगला ने बताया, "राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) सीतामढ़ी थाना अंतर्गत पडने वाले पुपरी स्टेशन (जनकपुर रेलवे स्टेशन) पर ट्रेन संख्या 12545 अप (कर्मभूमि एक्सप्रेस टे्रन) में दो यात्री पक्षों के बीच सीट को लेकर हिंसक झड़प हुई. उन्होंने बताया, "इस बीच बीच-बचाव करने गए जीआरपी के कर्मियों के साथ भी एक पक्ष के लोगों के जरिए मारपीट की गई. इस झड़प में दो पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं और एक एक शख्स जिनका नाम मोहम्मद फुरकान है, वो बुरी तरह जख्मी हो गया.
फुरकान खतरे से है बाहर
अधिकारी के मुताबिक जानकारी मिली है कि फुरकान के पेट की पूर्व में सर्जरी हुई थी, जिसका टांका घटना की वजह से खुल गया. इस घटना को लेकर स्टेशन पर कुछ लोगों के जरिए तोड़-फोड़ भी की गई है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस घटना के संबंध में सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिसकर्मी व्यक्ति के साथ कथित तौर पर मारपीट करते हुए दिखाई दे रहे हैं. फिलहाल, खतरे से बाहर है.
फुरकान ने क्या कहा?
फुरकान ने बताया है कि घटना की शुरुआत दो पक्षों के बीच सीट को लेकर मारपीट से हुई जिसके बाद जीआरपी कर्मियों ने भी उसके खिलाफ लाठी चार्ज किया.
आरोपियों पर होगी कार्रवाई
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दावा किया गया है कि पुलिसकर्मी पैसा लेकर मुसाफिरों को सीट दे रहे हैं, इसी वजह से विवाद की शुरुआत हुई. इस बारे में पूछे जाने पर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पहली नजर यह आरोप साबित नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि वीडियो में जो दो पुलिसकर्मी प्रभारी आरक्षी निरीक्षक दयानंद पासवान और सिपाही गोरेलाल चौधरी, नागरिक की पिटाई करते दिख रहे हैं, उनको सस्पेंड कर दिया गया है. इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी सभी बिंदुओं से जांच किए जाने के लिए रेल पुलिस उपाधीक्षक, समस्तीपुर को जांच का जिम्मा सौंपा गया है. जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.