ब्रिटिश उच्चायोग साल 2017 से ’एक दिन के लिए उच्चायुक्त’ (High Commissioner for a Day) प्रतियोगिता का आयोजन करता है, जिसके छठे संस्करण को जीतने के बाद लखनऊ निवासी जागृति यादव (20) (Jagriti Yadav) को यह मौका दिया गया था.
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नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की 20 वर्षीय बेटी जागृति यादव (Jagriti Yadav) एक दिन के लिए भारत में ब्रिटिश उच्चायोग की प्रमुख बनाई गईं. उन्हें यह मौका अगली पीढ़ी की महिलाओं को पथप्रदर्शक के तौर पर सशक्त करने के लिए आयोजित प्रतियोगिता में जीत हासिल करने के लिए दिया गया था. ब्रिटिश उच्चायोग ने एक बयान में कहा कि 'जागृति यादव एक दिन के लिए उच्चायुक्त’ (High Commissioner for a Day) प्रतियोगिता की छठी विजेता बनी हैं.
2017 से हो रही है ये प्रतियोगिता
ब्रिटिश उच्चायोग साल 2017 से ही यह प्रतियोगिता आयोजित कर रहा है. उच्चायोग अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस (11 अक्टूबर) को मनाने के लिए प्रतिवर्ष 'एक दिन के लिए उच्चायुक्त' प्रतियोगिता का आयोजन करता है. इस वर्ष की प्रतियोगिता के लिए पूरे भारत से 270 से अधिक युवा लड़कियों ने आवेदन किया था. ’एक दिन के लिए उच्चायुक्त’ (High Commissioner for a Day) प्रतियोगिता के छठे संस्करण को जीतने के बाद लखनऊ निवासी जागृति यादव (20) ने सोमवार को पूरा दिन भारत में शीर्ष ब्रिटिश राजनयिक के तौर पर काम किया. जागृति यादव ने इस दौरान विभिन्न राजनयिक गतिविधियों का अनुभव हासिल किया, जिनमें विभिन्न समूहों के साथ बैठक, बैठकों की अध्यक्षता करना और कई कार्यक्रमों में शामिल होना शामिल था.
दिन भर ब्रिटिश राजदूत की तरह किया काम
ब्रिटिश उच्चायोग ने बताया कि जागृति यादव ने इस दौरान विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी, वेस्ट यॉर्कशायर की मेयर ट्रेसी ब्राबीन और विप्रो के कार्यकारी अध्यक्ष रिशाद प्रेमजी से भी मुलाकात की. यादव ने ब्रिटिश काउंसिल में चल रहे जेंडर एडवांसमेंट फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंस्टीट्यशन परियोजना का नेतृत्व कर रहे अफसरों और कार्यक्रम की लाभार्थियों के साथ भी बरतचीत की. बयान के मुताबिक जागृति यादव ने भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार अजय कुमार सूद से भी मुलाकात की और स्टेम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, कला और गणित) में 75 भारतीय महिलाओं पर केंद्रित एक किताब का विमोचन किया.
"मेरा पूरा दिन अवसरों से भरपूर था’’
जागृति यादव ने कहा, ‘‘ब्रिटिश उच्चायोग में एक दिन काम करना बौद्धिक स्तर पर प्रेरक अनुभव रहा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा पूरा दिन अवसरों से भरपूर था. इस दौरान बड़े कारोबारियों से चर्चा की, वेस्ट यॉर्कशायर की महापौर और भारत की प्रमुख महिला नेताओं के साथ बातचीत किया और महिला पेशेवरों की तरक्की और नेतृत्व में आ रही बाधा पर चर्चा की.’’
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