Manipur Violence: मणिपुर में भीड़ ने सुरक्षाबलों पर किया हमला, इन खतरनाक इरादे से आए थे हमलावर
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Manipur Violence: मणिपुर में भीड़ ने सुरक्षाबलों पर किया हमला, इन खतरनाक इरादे से आए थे हमलावर

Manipur Violence: मणिपुर में 3 मई से जातीय हिंसा हो रही है. मैतेई और कुकी समाज में हिंसा फैली हुई है. इसी बीच मणिपुर में भीड़ ने आईआरबी के जवानों पर हमला कर दिया. 

Manipur Violence: मणिपुर में भीड़ ने सुरक्षाबलों पर किया हमला, इन खतरनाक इरादे से आए थे हमलावर

Manipur Violence: मणिपुर में भीड़ ने हथियार लूटने की कोशिश में इंडियन रिजर्व बटालियन (IRB) पर हमला किया. लेकिन सुरक्षा बलों ने भीड़ को रोक दिया. इस झड़प में भीड़ में से एक व्यक्ति की मौत हो गई है.

जानकारी के लिए बता दें कि यह घटना मणिपुर के थौबल जिले में हुई है. जब सैकड़ों लोग आईआरबी पोस्ट पर पहुंच गए. और हथियार लूटने के इरादे से इंडियन रिजर्व बटालियन पर हमला कर दिया. आईआरबी के जवाबी कार्रवाई में भीड़ में एक व्यक्ति की मौत हो गई. 

भारतीय सेना ने एक बयान में कहा कि "भीड़ ने सैनिकों की आवाजाही को रोकने के लिए सड़कें बंद कर दिया. हालांकि असम राइफल्स और रैपिड एक्शन फोर्स ने जल्द ही स्थिति पर काबू पा लिया. मणिपुर के थौबल जिले के खंगाबोक में इंडिया रिजर्व बटालियन से हथियार लूटने के प्रयास को आज सुरक्षा बलों ने सफलतापूर्वक विफल कर दिया है. असफल प्रयास के दौरान एक दंगाई मारा गया जबकि कुछ अन्य घायल हो गए."

आगे सेना ने कहा कि "भीड़ ने अतिरिक्त बलों की आवाजाही को रोकने के लिए सड़क पर अवरोध लगा दिया था. हालाँकि असम राइफल्स और रैपिड एक्शन फोर्स की अतिरिक्त टुकड़ियों को शामिल किया गया और सुरक्षा बलों के समन्वित प्रयासों से स्थिति को नियंत्रण में लाया गया."

मणिपुर पुलिस ने क्या कहा.
राज्य पुलिस ने सोमवार को एक बयान में कहा कि हिंसा की छिटपुट घटनाओं के साथ मणिपुर के कई हिस्सों में स्थिति तनावपूर्ण है. हिंसा लगातार जारी रहने के कारण राज्य भर में लगभग 118 चेक-पॉइंट स्थापित किए गए हैं और 326 लोगों को हिरासत में लिया गया है.

क्या है पूरा मामला
मणिपुर में 3 मई से जातीय हिंसा हो रही है. मैतेई और कुकी समाज में हिंसा फैली हुई है. जानकारी के लिए बता दें कि मणिपुर में मैतेई समाज लगभग 53 प्रतिशत है. मणिपुर के मौतेई समाज अपने  को अनुसूचित जनजाति में शामिल होने के लिए राज्य के अंदर प्रदर्शन भी किया लेकिन राज्य सरकार ने इनकी बात नहीं मानी. जिसके बाद मैतेई समाज के लोगों ने हाई कोर्ट में इससे संबंधित याचिका दायर किया. इसके बाद हाई कोर्ट का मौतेई समाज के पक्ष में फैसला आया और मैतेई समाज को अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिल गया.  मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति राज्य की मांग के विरोध में ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ मणिपुर (एटीएसयूएम) द्वारा कुकी एकजुटता मार्च ने हिंसक रूप ले लिया है. 

Zee Salaam

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