मुल्क में कोरोना वायरस का कहर जारी और दिन-ब-दिन मरीज़ों की तादाद में इज़ाफा होता जा रहा है. इन मरीज़ों में खासी तादाद ऐसे लोगों की है जो दिल्ली में हुई एक मज़हबी तकरीब में शामिल हुए थे या उनके राब्ते में आए थे.
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विनोद मिश्रा/लखनऊ: मुल्क में कोरोना वायरस का कहर जारी हैं और दिन-ब-दिन मरीज़ों की तादाद में इज़ाफा होता जा रहा है. इन मरीज़ों में खासी तादाद ऐसे लोगों की है जो दिल्ली में हुई एक मज़हबी तकरीब में शामिल हुए थे या उनके राब्ते में आए थे. इस मज़हबी तकरीब को लेकर लोग तरह तरह के तबसिरे कर रहे हैं, इसी सिम्त में शिया मज़हबी रहनुमा कल्बे जव्वाद भी सामने आए हैं जिन्होंने लोगों से अपील की है कि वो जाहिल मौलवियों के बहकावे में ना आएं बल्कि हुकूमत और डॉक्टरों के ज़रिए दी जा रहीं हिदायात पर अमल पर करें.
मौलाना कल्बे जव्वाद ने मुरादाबाद और उसके जैसी वारदातों की सख्त मज़म्मत करते हुए कहा है इस तरह की वारदातें नहीं होनी चाहिए और उन्होंने इन वारदातों का ज़िम्मेदार तबलीगी जमात के सरबराह मौलाना साद के ठहराया है और साथ ही तबलीगी जमात पर यह भी इल्ज़ाम लगाया है कि इनकी अमेरिका से अरबों रुपये की फंडिंग होती है.
उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोगों की वजह से ही पूरी दुनिया में मुसलमान बदनाम हो रहा है ये लोग ऐसी हरकतें कर रहे हैं जिनसे मुखालिफीन को ऐसा लगा रहा है कि मुसलमानों की वजह से कोरोना फैल रहा है, जबकि हकीकत यह है कि मुसलमानों की वजह से कोरोना नहीं फैल रहा है. इसके लिए उन्होंने दीगर बड़े उलेमाओं से को कहा है कि वो आगे आएं और मुसलमानों के समझाएं.
इसके अलावा मौलाना कल्बे जव्वाद ने रमज़ान में लोगों से लॉकडाउन पर सख्ती से अमल करने की अपील की है और कहा है कि बेशक मस्जिद में नमाज़ पढ़ने पर ज्यादा सवाब मिलता है लेकिन मौजूदा हालात में मस्जिद में नहीं बल्कि घर में नमाज़ अदा करने से ज्यादा सवाब मिलेगा. उन्होंने आगे कहा कि कोरोना से लड़ाई कोई सियासी या मज़हबी लड़ाई नहीं है बल्कि ये जंग इंसानियत को बचाने की है. Lockdown पर अमल करके खुद भी महफूज़ रहें और दूसरों की जान भी बचाए.
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