दहशतगर्दों के घर वालों को नहीं दी जाएगी लाश, इंतेज़ामिया खुद अंजाम देगा आखिरी रसूमात
Advertisement

दहशतगर्दों के घर वालों को नहीं दी जाएगी लाश, इंतेज़ामिया खुद अंजाम देगा आखिरी रसूमात

दहशतगर्दी के खिलाफ इंतेज़ामिया ने एक बड़ा फैसला लिया है. हिज़बुल मुजाहिदीन के कमांडर रियाज़ नायकू की लाश उसके परिवार वालों को नहीं सौंपी जाएगी और उसकी आखिरी रसूमात भी इंतेज़ामिया के ज़रिए ही की जाएगी ताकि दहशतगर्दों को हीरो बनाने का सिलसिला बंद किया जा सके.

फाइल फोटो...

नई दिल्ली: दहशतगर्दी के खिलाफ इंतेज़ामिया ने एक बड़ा फैसला लिया है. हिज़बुल मुजाहिदीन के कमांडर रियाज़ नायकू की लाश उसके परिवार वालों को नहीं सौंपी जाएगी और उसकी आखिरी रसूमात भी इंतेज़ामिया के ज़रिए ही की जाएगी ताकि दहशतगर्दों को हीरो बनाने का सिलसिला बंद किया जा सके. इससे पहले भी गैर मुल्की दहशतगर्दों के मामले में इंतेज़ामिया ने कई बार यही तरीका अपनाया है. 

दरअसल, एक पाकिस्तानी दहशतगर्द के मरने के बाद उसके जनाज़े में बड़ी तादाद में लोग इकट्ठा हुए थे. उसके बाद ये फैसला किया गया है. फौज और इंतेज़ामिया दोनों का ही मानना था कि मारे गए दहशतगर्दों के जनाज़े का इस्तेमाल नई भर्तियों के लिए किया जाता है. जनाज़े में दहशतगर्द भी शामिल होते हैं और मकामी नौजवानों को भड़का कर दहशतगर्द बनने के लिए उकसाया जाता है. खुद रियाज नाइकू भी ऐसे ही एक जनाजे में शामिल हुआ था.

इसी को देखते हुए अब किसी दहशतगर्द की लाश उसके परिवार वालों को नहीं दी जाएगी. घरवालों के मांगने पर उसके डीएनए सैंपल के ज़रिए उसके मरने की तस्दीक कर दी जाएगी लेकिन उसे दफनाने की जिम्मेदारी इंतेज़ामिया ही संभालेगा.

बता दें कि भारतीय फौजियों ने आज हिज्बुल के टॉप कमांडर रियाज़ नायकू को मार गिराया है और 3 मई को हंदवाड़ा में दहशतगर्दों ने जो ज़ख्म दिया था  उसका हिसाब फौज ने आज पूरा कर लिया है. सिर्फ 3 दिनों में जवानों की शहादत का बदला ले लिया. 

Zee Salaam Live TV

 

Trending news