Telangana News: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में इफ्तार पार्टी का आयोजन हुआ था. इस दौरान सूबे के सीएम रेवंत रेड्डी और AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी एक साथ नजर आए.
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Telangana News: लोकसभा इलेक्शन से पहले तेलंगाना के चीफ मिनिस्टर रेवंत रेड्डी और AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी एक साथ नजर आए. दरअसल, तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में इफ्तार पार्टी का आयोजन हुआ था. इसी दैरान दोनों एक मंच पर मौजूद थे. इस बीच चीफ मिनिस्टर और लोकसभा सांसद ओवैसी एक-दूसरे को गले लगाया. इस दौरान ओवैसी ने कहा, "नफरत फैलाने वालों के खिलाफ हमें साथ में लड़ना है."
ओवैसी ने की ये अपील
उन्होंने कहा, "हमारी जिम्मेदारी सेक्युलर सरकार चलाने की है, सभी को साथ में लेकर चलना है. जब-जब कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई, तब अल्पसंख्यकों के लिए 4 फीसदी आरक्षण दिया है, लोन दिया. माइनॉरिटी वेलफेयर के लिए कांग्रेस अच्छे प्रोग्राम लेकर आएगी."
#WATCH हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने लाल बहादुर स्टेडियम में आयोजित दावत-ए-इफ्तार कार्यक्रम में एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी।(15.03) pic.twitter.com/9juNPUR2Nr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 16, 2024
तेलंगाना के सीएम ने क्या कहा?
तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने कहा, "हमारी जिम्मेदारी सेक्युलर सरकार चलाने की है, सभी को साथ में लेकर चलना है. जब-जब कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई, तब अल्पसंख्यकों के लिए 4 फीसदी आरक्षण दिया है, लोन दिया. माइनॉरिटी वेलफेयर के लिए कांग्रेस अच्छे प्रोग्राम लेकर आएगी." वहीं, इसके साथ ही उन्होंने कहा, ''पीएम मोदी और शाह में हिम्मत नहीं है कि अल्पसंख्यकों को दिया 4 फीसदी रिजर्वेशन तेलंगाना से हटा दें."
CAA को लेकर असम के सीएम पर बोला हमला
वहीं, एक दिन पहले असदुद्दीन ओवैसी ने CAA को लेकर असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, “असम के चीफ मिनिस्ट हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि प्रदेश में आयोजित NPR में सूचीबद्ध 12 लाख हिंदुओं को नागरिकता संशोधन अधिनियम के तहत भारतीय नागरिकता दी जाएगी, लेकिन 1.5 लाख मुसलमानों का क्या? लोग कह रहे हैं कि फौरन कुछ नहीं होने वाला है. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि चीजों को सामने आने में वक्त लगता है.”
अमित शाह पर साधा निशाना
ओवैसी ने आगे कहा, "हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह ने जिस समय ये कहा था कि NPR और NCR भी लागू किया जाएगा, तब उन्होंने मेरा नाम लिया. सरकार को पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आने वाले सभी लोगों को एक ही नजरिए से देखना चाहिए. मजहब के आधार पर नागरिकता नहीं देनी चाहिए."