नालंदा ज़िले में स्थित राजगीर एक इंटरनेशनल टूरिस्ट प्लेस है और ऐतिहसिक धरोहरों के साथ हिंदू, बौद्ध और जैन धर्म से जुड़ी कई इमारत, स्मारक और मंदिर मौजूद हैं.
सीएम नीतीश कुमार शनिवार को इस नेचर सफारी का मुआयना करने पहुंचे तो ग्लास ब्रिज पर आकर वे रोमांचित हो उठे.
उन्होंने कहा कि वे इस पूरे इलाके में टूरिस्ट की हर सहूलत का ध्यान रखेंगे. साथ ही नेचर सफारी के इलाके में सुरक्षा का ख़ास ख्याल जायेगा.
इस मौके सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हमने राजगीर में नेचर सफारी के साथ साथ जू सफारी बनाने की बात कही थी और इसका बहुत अच्छे ढंग से निर्माण किया जा रहा है.
अफसरों ने बताया कि मार्च 2021 तक ग्लास फ्लोर ब्रिज का काम पूरा हो जाएगा. उन्होंने कहा कि यहां आने वाले टूरिस्ट की सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए पुलिस की स्थायी तैनाती की जाएगी. प्रकृति और पर्यावरण के प्रति लोगों में जागृति के लिए जल-जीवन-हरियाली मुहिम भी चलाई जाएगी.
बता दें कि नेचर सफारी में चीन के हांगझोऊ राज्य की तर्ज पर बना यह ग्लास ब्रिज बन कर तैयार हो चुका है लेकिन नेचर सफारी को पूरा होने में अभी वक्त लगेगा.
नालंदा ज़िले में स्थित राजगीर एक इंटरनेशनल टूरिस्ट प्लेस है और ऐतिहसिक धरोहरों के साथ हिंदू, बौद्ध और जैन धर्म से जुड़ी कई इमारत, स्मारक और मंदिर मौजूद हैं. पहाड़ी इलाका होने की वजह से यह और भी मनमोहक हो जाता है.
नेचर सफारी में 70 से ज्यादा औषधीय पौधे लगाए गए हैं और इसका इस्तेमाल भी यहां आने वाले लोग कर पाएंगे. साथ ही इस सफारी में रुकने का भी इंतेज़ाम किया गया है और यहां रहने वाले टूरिस्ट भी इन औषधीय गुण से भरे पौधे का इस्तेमाल कर पाएंगे.
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