Parliament Winter Session:आज से शुरू होने वाले संसद के विंटर सेशन से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा में विपक्ष को यह सलाह देना चाहूंगा कि सत्र में चुनाव की हार का गुस्सा न निकालें.
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PM Modi on Parliament Winter Session: शनिवार को विधानसभा चुनाव में तीन राज्यों पर शानदार जीत हासिल करने के बाद बीजेपी अब लोकसभा चुनाव के लिए और जोरो शोरों से तैयारी में लग गई है. इसे में संसद का विंटर सत्र भी आज यानि सोमवार 4 दिसंबर को शुरू होने वाला है जो 22 दिसंबर तक चलेगा, लेकिन इस सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस समेत संपुर्ण विपक्षी सांसदों से अपील की कि वे संसद के कामकाजी घंटों का इस्तेमाल लोगों के मुद्दे उठाने के लिए करें और चुनाव की हार का गुस्सा संसद में न निकालें.
पीएम मोदी बोले की देश में राजनैतिक गर्मी बड़ी तेजी से बढ़ रही है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को नए संसद भवन में संसद विंटर सेशन से पहले मीडिया को संबोधित किया और कहा कि देश ने नकारात्मक दृष्टिकोण को खारिज कर दिया है. इतना ही नहीं छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी से हारने वाली कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए पीएम मोदी ने उम्मीद जताई कि वे (विपक्षी नेता) संसद में हार की निराशा व्यक्त नहीं करेंगे.
इसके साथ-साथ PM यह भी बोले की "राजनीतिक गर्मी बड़ी तेजी से बढ़ रही है", और कल भारत की जनता ने 4 राज्यों में बीजेपी को जीत हासिल कराई है, जिससे पार्टी का उत्साह और भी ज्यादा बढ़ गया है और ये नतीजे सिर्फ पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए नही बल्कि देश के हर उस नागरिक के लिए उत्साहजनक थे, जो देश के आम लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं.
विपक्षियों को क्या सलाह दी?
PM मोदी बोलें की अगर में वर्तमन चुनाव नतीजों के आधार पर कहा जाए तो यह विपक्ष के सांसदों के लिए सीखने बेहद अच्छा मौका है. PM ने यह भी कहा की इस सत्र में विपक्ष को एक सकारात्मक बहस करनी चाहिए न की अपनी हार का गुस्सा निकलना चाहिए. वे बोले की आप भले ही विपक्ष हैं, लेकिन विरोध के लिए वरोध का तरीका छोड़ दीजिये, मैं आपको यह सुझाव देना चाहूंगा कि बहार का गुस्सा अंदर न निकालें. PM मोदी ने कहा कि राजनीति के लिहाज से में सबसे यही कहूंगा कि आप सब का भला इसी में है कि आप सब लोगों की छवि नकारात्मक न बने क्यूंकि लोकतंत्र में जितना सत्तापक्ष अहम है उतना ही विपक्ष भी है.