दोनों मुल्जिमों की पहचान हरियाणा के सोनीपत निवासी प्रियव्रत उर्फ फौजी (26) और कशिश उर्फ कुलदीप (24) के तौर पर की गई है. पुलिस ने दोनों शूटरों को गिरफ्तार करने के अलावा भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक भी बरामद किया है.
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नई दिल्लीः पंजाब के सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सोमवार को एक बड़ी हासिल की है. पुलिस ने दो मुख्य शूटरों और उनके एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है. पंजाबी भाषा के मशहूर गायकों में से एक 28 वर्षीय मूसेवाला की 29 मई को उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह अपनी थार जीप से कहीं जा रहे थे.
A large number of arms & explosives including 8 grenades, 3 pistols and around 50 bullets recovered from the possession of the three persons including two main shooters arrested in the Sidhu Moose Wala murder case: Delhi Police pic.twitter.com/QTRkLC2nv6
— ANI (@ANI) June 20, 2022
प्रियव्रत और कशिश के रूप में हुई आरोपियों की पहचान
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दो शूटर में से एक मॉड्यूल का मुखिया है. दोनों मुल्जिमों की पहचान हरियाणा के सोनीपत निवासी प्रियव्रत उर्फ फौजी (26) और कशिश उर्फ कुलदीप (24) के तौर पर की गई है. पुलिस के मुताबिक, गैंगस्टरों के ’बोलेरो मॉड्यूल’ के मुखिया रहे मुल्जिम प्रियव्रत ने निशानेबाजों की टीम को लीड किया था और हमले के वक्त वह गोल्डी बराड़ के सीधे संपर्क में था. वह मर्डर का मुख्य शूटर था और घटना से पहले पेट्रोल पंप फतेहगढ़ के सीसीटीवी फुटेज से भी यह साबित होता है.
आरोपियों का पहले से रहा है आपराधिक इतिहास
पुलिस ने बताया कि आरोपी प्रियव्रत पहले दो हत्या के मामलों में भी शामिल पाया गया था और 2015 में सोनीपत के एक कत्ल के मामले में गिरफ्तार किया गया था. 2021 में सोनीपत के एक दूसरे मर्डर केस में भी वह वांछित था. दूसरा आरोपी शूटर कुलदीप भी घटना से पहले पेट्रोल पंप फतेहगढ़ के सीसीटीवी फुटेज में देखा गया था. गिरफ्तार किए गए तीसरे व्यक्ति की पहचान पंजाब के भटिंडा निवासी केशव कुमार (29) के तौर पर की गई है.
They had a call before the incident to move in because he (Goldy Brar) got the info from the recce that Sidhu Moose Wala was moving without enough security. After shooting, they again called and told him that they had done the task. AK series of rifles were used: DPSC pic.twitter.com/q9f1OPYLJs
— ANI (@ANI) June 20, 2022
हथियार और विस्फोटक भी बरामद
अफसर ने बताया कि मुल्जिम केशव ने एक सहायक के रूप में काम किया और एक ऑल्टो कार में गोलीबारी के ठीक बाद निशानेबाजों को उसकी मंजिल तक पहुंचाने में मदद की. केशव हमले के दिन, रेकी के दौरान और पिछली कोशिशों के दौरान भी मनसा तक निशानेबाजों के साथ था. पुलिस ने दोनों शूटरों को गिरफ्तार करने के अलावा भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक भी बरामद किया है.
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