उन्नाव केस: सपा ने की न्याय की मांग, पुलिस की 6 टीमें करेंगी नाबालिग दलित लड़कियों की मौत की जांच
Advertisement

उन्नाव केस: सपा ने की न्याय की मांग, पुलिस की 6 टीमें करेंगी नाबालिग दलित लड़कियों की मौत की जांच

सुबह करीब चार बजे अचानक रोशनी को सांस लेने में दिक्कत होने से उसकी हालत बिगड़ गई. कुछ वेनस इंजेक्शन देने के बाद भी हालत में सुधार न होने पर उसे वेंटीलेटर पर शिफ्ट करना पड़ा.

उन्नाव केस

उन्नाव: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले की लड़कियों की मौत का मामला एक बार फिर से सबको शर्मशार कर दिया है. यहां के बबुरहा गांव में बुधवार की रात तीन दलित लड़कियां खेत में दुपट्टे से बंधी पड़ी मिलीं. इनमें से दो लड़कियों की मौत हो चुकी है. तीसरी लड़की रोशनी को अस्पताल में भर्ती है, जहां पर वह जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है. वहीं घटना के बाद पुलिस ने पीड़ित परिवार को किसी से भी मिलने नहीं दे रही है. पुलिस को आंशका है कि जहरीला पदार्थ खाने से हालात बिगड़े है. उन्नाव के एसपी ने बताया कि शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले. हम मामले की जांच के लिए 6 टीमें गठित की गई हैं.

मां बार-बार हो रही हैं बेहोश
सुबह करीब चार बजे अचानक रोशनी को सांस लेने में दिक्कत होने से उसकी हालत बिगड़ गई. कुछ वेनस इंजेक्शन देने के बाद भी हालत में सुधार न होने पर उसे वेंटीलेटर पर शिफ्ट करना पड़ा. डाक्टरों का कहना है कि रोशनी की हालत में सुधार नहीं हो रहा है. सुबह जो मेडिकल रिपोर्ट आई हैं वह भी गड़बड़ हैं. वहीं रोशनी की मां घटना के बाद से बेसुध हैं. बार बार उठती हैं और बेहोश हो जाती हैं. परिवार की माली हालत भी बहुत कमजोर है.

चार युवकों से पुलिस कर रही है पूछताछ
पुलिस इस मामले में किसी भी तरह का जोखिम मोल नहीं लेना चाहती है. जांच के लिए पुलिस की छह टीमों का गठन किया गया है. इस घटना के बाद देर रात लखनऊ आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह उन्नाव के असोहा थाने पहुंच गई थी. जबकि संदिग्ध हालातों में दो किशोरियों की मौत के बाद सकते में आई पुलिस प्रशासन ने देर रात तक असोहा के बाबूरहा गांव में डटी रही. बगल के गांव से 4 लड़कों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है.

भीम आर्मी चीफ ने एयर एंबुलेंस की मांग 
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट करके मांग की है कि बच्ची को दिल्ली एम्स ले जाया. उन्होंने ट्वीट किया, ''उन्नाव केस की एकमात्र गवाह बच्ची का बेहतर इलाज व उसकी सुरक्षा सबसे जरूरी है. बच्ची को तत्काल एयर एंबुलेंस से AIIMS दिल्ली लाया जाए. उत्तरप्रदेश सरकार का अपराधियों को संरक्षण व अपराधियों के मामले में सरकार की कार्यशैली को देश हाथरस कांड में देख चुका है.''

सपा ने की न्याय की मांग 
वहीं समाजवादी पार्टी ने ट्वीट करके बेटी को न्याय दिलाने की मांग की है. समाजवादी पार्टी ने कहा, ''बेटियों के लिए काल बन चुके भाजपा शासित यूपी में सत्ता संरक्षित नृशंस अत्याचार की एक और विचलित कर देने वाली घटना का केंद्र बना उन्नाव! जंगल में पेड़ से बांध कर दो दलित लड़कियों की हत्या, एक अति गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती, अत्यन्त दुखद! दरिंदों को कठोरतम सजा दिला हो न्याय.''

जानें क्या है मामला 
असोहा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत पाठकपुर के मजरे बबुरहा में कल लगभग दोपहर बाद 3:00 बजे के करीब कोमल पुत्री संतोष पासी उम्र 16 वर्ष, काजल पुत्री सूरजपाल पासी उम्र लगभग 13 वर्ष, रोशनी पुत्री सूर्य बली उम्र लगभग 17 वर्ष बबुरहा नाला के पास खेत में पशुओं के लिए हरा चारा लेने गई थीं, लेकिन देर शाम तक घर नहीं लौटीं. जिसके बाद परिजन उन्हें खोजने निकले. परिजनों के मुताबिक खेत में तीनों लड़कियां कपड़े से बंधी मरणासन्न हालत में मिली थीं. तीनों किशोरियों को परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र असोहा ले गए. जहां पर डॉक्टरों ने कोमल और काजल को मृत घोषित कर दिया. वहीं रोशनी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उसकी हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने कानपुर के हैलट अस्पताल के लिए रेफर किया गया. वहां भी हालत में सुधार न होने पर कानपुर के एक निजी अस्पताल में शिफ्ट कराया गया है.

Live TV

Trending news