UP Madrasa Regulations: मदरसा नियमावली में संशोधन को लेकर मदरसा शिक्षा परिषद में अहम बैठक बुलाई थी लेकिन इस बैठक में मदरसा मॉडर्न टीचर्स को न्योता नहीं दिया गया, जिस पर मदरसा मॉडर्न टीचर ने गहरी नाराज़गी जताते हुए मदरसा नियमावली में संशोधन और इस बैठक का जमकर विरोध किया.
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मदरसों में बड़े बदलाव के आसार हैं. योगी सरकार जल्द ही प्रदेश के मदरसों को लेकर बनी विनियमावली में संशोधन करने जा रही है, जिसको लेकर उत्तरप्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद ने एक महत्वपूर्ण बैठक लखनऊ में बुलाई थी. इस अहम बैठक में प्रदेश के मदरसों से जुड़े शिक्षाविदों ने शिरकत की है.
यूपी मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष इफ्तिखार अहमद जावेद ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है कि मुसलमान के बच्चों के एक हाथ में कुरान और एक हाथ में लैपटॉप हो. जिसके तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तरप्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद लगातार मदरसों के बच्चों को दीनी तालीम के साथ दुनियावी तालीम को बढ़ावा दे रहा है. इसी के चलते मदरसा विनियमावली 2016 में संशोधन की ज़रूरत है. इसी कड़ी मे यह महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई थी।चेयरमैन डॉक्टर इफ्तिखार अहमद जावेद ने कहा कि ऐसे ही अभी मदरसे से जुड़े लोगों की और भी कई बैठक होंगी और उसके बाद तय हुई बातों को आगे शासन को भेजा जाएगा जिसके बाद ही मदरसा विनियमवाली 2016 में बदलाव अमल में लाया जाएगा.
मदरसा नियमावली में संशोधन को लेकर मदरसा शिक्षा परिषद में अहम बैठक बुलाई थी लेकिन इस बैठक में मदरसा मॉडर्न टीचर्स को न्योता नहीं दिया गया, जिस पर मदरसा मॉडर्न टीचर ने गहरी नाराज़गी जताते हुए मदरसा नियमावली में संशोधन और इस बैठक का जमकर विरोध किया. मदरसा मॉडर्न टीचर्स का आरोप है कि मदरसा 2016 की नियमावली में संशोधन को लेकर यूपी के मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों को नजरअंदाज किया जा रहा है. उनका कहना है कि यूपी के मदरसा आधुनिकीकरण टीचर पिछले कई सालों से हिंदी इंग्लिश मैथ साइंस के सब्जेक्ट मदरसे में बच्चों को पढ़ा रहे हैं लेकिन फिर भी उनको नजरअंदाज किया जा रहा है. मदरसा मॉडर्न टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष एजाज अहमद ने इल्जाम लगाया कि मदरसों में टीचर भर्ती को लेकर उर्दू जबान की अनिवार्यता को भी इस नियमावली में खत्म करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ऐसा होता है तो हम इसके विरोध में धरना प्रदर्शन करने से पीछे नहीं रहेंगे. हालाकी मदरसा बोर्ड के चेयरमैन इफ्तिखार अहमद का कहना है कि मदरसा मॉडर्न टीचर्स को भी अगली बैठक में बुलाया जाएगा और उर्दू भाषा की अनिवार्यता को खत्म किए जाने की महज एक अफवाह है जिस पर किसी को ध्यान देने की जरूरत नहीं है.
यूपी मदरसा विनियमवाली 2016 में संशोधन की मुख्य वजह एमटीईटी को मदरसों में लागू करना है, जिस तरीके से टीईटी के माध्यम से यूपी के सरकारी स्कूलों में शिक्षक भर्ती होती है. उसी तरीके से मदरसों में अब mtet से शिक्षक भर्ती करने पर राय लगभग बन चुकी है जिसके लिए मदरसा विनियमवाली में जल्द संशोधन किए जा सकते हैं. हालांकि इन बैठको में सबकी क्या राय मशवरा बनता है यह जरूर देखने वाली बात होगी क्योंकि इस मामले में तमाम मदरसे से जुड़े लोगों की मिली-जुली राय है। और मदरसा वीनियमावली में संशोधन के खिलाफ यूपी में कार्यरत लगभग 22 हज़ार मदरसा मॉडर्न टीचर्स भी मोर्चा खोलने के मूड में नजर आ रहे हैं.
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