UP Police Bharti: यूपी पुलिस भर्ती धोखाधड़ी मामले में 122 लोग और गिरफ्तार, ऐसे लगा रहे थे उम्मीदवारों को चूना
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UP Police Bharti: यूपी पुलिस भर्ती धोखाधड़ी मामले में 122 लोग और गिरफ्तार, ऐसे लगा रहे थे उम्मीदवारों को चूना

UP Police Bharti: यूपी पुलिस भर्ती धोखाधड़ी मामले में पुलिस अभी तक 244 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. हाल ही में पुलिस ने 144 लोगों को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि ये उम्मीदवारों के साथ धोखाधड़ी कर रहे थे.

UP Police Bharti: यूपी पुलिस भर्ती धोखाधड़ी मामले में 122 लोग और गिरफ्तार, ऐसे लगा रहे थे उम्मीदवारों को चूना

UP Police Bharti: यूपी पुलिस भर्ती धांधली का मामला इन दिनों काफी खबरों में है. अब इस मामले में एक नया अपडेट सामने आया है. उत्तर प्रदेश में 60,244 कांस्टेबलों के पदों के लिए शनिवार और रविवार को हुई पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान फर्जी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में 122 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सीनियर पुलिस अधिकारियों ने रविवार को यहां इसकी पुष्टि की है.

अभी तक गिरफ्तार हो चुके हैं 244 लोग

उन्होंने कहा कि नई गिरफ्तारियों के साथ, एग्जाम प्रोसेस में धांधली करने और उम्मीदवारों को धोखा देने की कोशिश के लिए कुल तादाद 244 तक पहुंच गई है. यूपी के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने इस बात की पुष्टि की है. उन्होंने बताया, "शनिवार आधी रात को लगभग 70 और लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि इस मामले के सिलसिले में रविवार को 52 लोगों को गिरफ्तार किया गया था."

क्या है मामला?

एडीजी (कानून एवं व्यवस्था) अमिताभ यश ने कहा कि दोनों दिन एग्जाम शांति और सफलतापूर्वक पूरे हुए. पेपर लीक या सॉल्वरों का इंतेजाम के जरिए से परीक्षा में समझौता करने के किसी भी कोशिश को रोकने के लिए एसटीएफ टीमों सहित राज्य पुलिस एजेंसियां शुक्रवार से हाई अलर्ट पर थीं. उन्होंने कहा, "पेपर लीक के बहाने उम्मीदवारों को धोखा देने से रोकने के लिए राज्य भर में कई गिरफ्तारियां की गई हैं."

डीजीपी ने आगे कहा कि राज्य पुलिस ने एग्जाम आयोजित करने के लिए अलग-अलग इंतेजामात किए थे और साथ ही पर्याप्त सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए थे. अभ्यर्थियों को पहले से सही तरह से जानकारी दी गई थी कि एग्जाम सेंटर्स के अंदर किसी भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट की इजाजत नहीं है.

इन तकनीक का किया गया इस्तेमाल

उन्होंने आगे कहा कि एग्जाम में कुछ गलत न हो, इसते लिए पुलिस के जरिए कई तरीके अपनाए गए, जिनमें चेहरे की पहचान, बायोमेट्रिक सत्यापन, आधार प्रमाणीकरण और मोबाइल फोन, ब्लूटूथ डिवाइस और इंटरनेट के उपयोग को रोकने के लिए जैमर का इस्तेमाल शामिल था.

खास तौर से, उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती और प्रोन्नति बोर्ड (यूपीपीआरपीबी) के जरिए आयोजित दो दिवसीय भर्ती प्रक्रिया में 48 लाख से अधिक उम्मीदवार मौजूद रहे. यूपीपीआरपीबी को ग्यारह राज्यों से 15 लाख महिला उम्मीदवारों सहित 48.17 लाख आवेदन प्राप्त होने के बाद परीक्षा को दो दिनों में विभाजित किया गया था. इस एग्जाम में 42 लाख उम्मीदवार उत्तर प्रदेश से थे, और छह लाख अन्य राज्यों जैसे बिहार, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तराखंड और राजस्थान से थे. आरक्षण नीति के मुताबिक 60,244 पदों में से लगभग 20 प्रतिशत पद महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं. इसलिए, कुल 12,049 महिलाओं और 48,195 पुरुषों की भर्ती की जाएगी.

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