सफेद कारों की चोरी होने का खतरा सबसे ज्यादा; स्पलेंडर, Wagon R और Maruti Swift भी निशाने पर
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सफेद कारों की चोरी होने का खतरा सबसे ज्यादा; स्पलेंडर, Wagon R और Maruti Swift भी निशाने पर

Acko Vehicle Theft Report in Delhi-NCR: एक बीमा कंपनी ने अपने सर्वे में बताया है कि देश में देश में वाहन चोरी के कुल मामलों में अकेले दिल्ली-एनसीआर की हिस्सेदारी 56 फीसदी है और यहां हर 12 मिनट पर एक वाहन की चोरी हो जाती है.

अलामती तस्वीर

नई दिल्लीः अगर आप दिल्ली-एसीआर (Delhi-NCR) में रहते हैं, और आपके पास कोई वाहन है, तो यह खबर आपके लिए ही है. एक ताजा अध्ययन के मुताबिक, देशभर में होने वाले  वाहन चोरी (Vehicle Thefts) के कुल मामलों में अकेले 56 फीसदी हिस्सेदारी सिर्फ देश की राजधानी दिल्ली-एनसीआर की है. बीमा कंपनी एको वाहन चोरी रिपोर्ट में पाया गया है कि दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में, उत्तरी भाग में चोरी की संभावना सबसे ज्यादा है, जिनमें रोहिणी, भजनपुरा, दयालपुर और सुल्तानपुरी आदि जैसे इलाके शामिल हैं. इस सूची में पश्चिम में उत्तम नगर, नोएडा में सेक्टर 12 और गुरुग्राम में दक्षिणी इलाका भी शामिल है.

दिल्ली में हर 12 मिनट में होती है एक वाहन की चोरी
रिपोर्ट में बताया गया है कि एनसीआर में हर 12 मिनट में एक वाहन चोरी हो जाता है, जबकि वाहन चोरी शहर में होने वाले कुल अपराधों का लगभग 20 प्रतिशत है. रिपोर्ट से एक तथ्य सामने आया है कि बाजार में जिस कार की सबसे ज्यादा मांग होती है और जिसके खरीदने के लिए डिलीवरी का वक्त ज्यादा लगता है, वी चोरी के लिहाज से अतिसंवेदनशील होती है. इसलिए, भारत की सबसे लोकप्रिय हैचबैक कार, मारुति वैगन आर और मारुति स्विफ्ट  दिल्ली-एनसीआर में सबसे अधिक चोरी की जाने वाली कारें हैं.उनके बाद क्रमशः दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर हुंडई क्रेटा, हुंडई सैंट्रो, होंडा सिटी और हुंडई आई 10 कार का स्थान आता है. 

होंडा एक्टिवा, बजाज पल्सर और टीवीएस अपाचे भी चोरों की पसंद 
इसी तरह, दो पहिया वाहनों में हीरो स्प्लेंडर चोरी होने की लिहाज से संवेदनशील माने जाने वाली बाइक में सबसे पहले स्थान पर है. उसके बाद होंडा एक्टिवा, बजाज पल्सर, रॉयल एनफील्ड क्लासिक 350 और टीवीएस अपाचे ने इस क्रम में अन्य स्थान हासिल किया है.

हैदराबाद, मुंबई और कोलकाता में सबसे कम होती है वाहन चोरी 
रिपोर्ट भारत में सबसे ज्यादा चोरी की आशंका वाले शहरों के बारे में भी बात की गई है. जब देश में वाहन चोरी की बात आती है, तो दिल्ली-एनसीआर के बाद बेंगलुरु में 9 प्रतिशत और चेन्नई में वाहन चोरी के मामले 5 प्रतिशत रिकॉर्ड गए हैं. इस बीच, हैदराबाद, मुंबई और कोलकाता देश में सबसे कम वाहन चोरी वाले शहरों के रूप में उभरे हैं.

दिल्ली में वाहन चोरी के ये हैं कारण 
जब कार के रंग की बात आती है, तो सफेद कारों में चोरी का खतरा सबसे ज्यादा होता है. इसका सामान्य तर्क यह है कि सफेद रंग की कारों को ट्रैफिक के साथ मिलाना बहुत आसान होता है. इसके अतिरिक्त, सफेद कारों को अलग रंग में रंगना आसान है. ऐसी कई वजहें हैं, जो दिल्ली-एनसीआर को भारत की वाहन चोरी की राजधानी बनाते हैं, लेकिन कुछ सबसे महत्वपूर्ण कारण इमारतों और कॉलोनियों में पार्किंग की जगह की कमी का होना है, जिसकी वजह से लोग अपने वाहनों को सड़कों पर खड़ा कर देते हैं, जहां से उसके चोरी होने की संभावना बढ़ जाती है और चोरों के लिए भी इसे चुराना आसान हो जाता है! 

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