Mallikarjun Kharge Life: इस वीडियो में आपको सबसे पहले एक कहानी सुनाते हैं. बात है 1947 अगस्त महीना के मैसूर रियासत जो अब कर्नाटक है. उसके वरवट्टी गांव में तब निजाम की हुकूमत थी. उस वक्त जब भारत को बांटकर पाकिस्तान बनाया गया, तो इस इलाके में भी दंगे भड़क गए. वरवट्टी गांव पर निजाम की सेना ने हमला कर दिया. साथ में लुटेरे भी थे. उन्होंने पूरे गांव में आग लगा दी. इसी गांव में 5 साल के बच्चे ने अपनी मां को जिंदा जलते देखा. उसके पिता उसे बचाकर गांव से दूर ले गए. 3 महीने जंगल में रहे, मजदूरी की, बच्चे को काम में लगाने की बजाय पढ़ाया. मल्लिकार्जुन नाम का वह बच्चा बड़ा होकर पहले वकील बना, फिर यूनियन लीडर, विधायक, अपने प्रदेश कर्नाटक में मंत्री, सांसद, केंद्रीय सरकार में मंत्री और अब कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से सिर्फ एक कदम दूर है. जी हां, ये कहानी है मल्लिकार्जुन खड़गे की. ज़िंदगी में कई दुखो को झेलने वाले. मुश्किल से मुश्किल दौर का सामना करने वाले खड़गे किसी के लिए भी एक नज़ीर साबित हो सकते हैं.