Teesta River water sharing between India and Bangladesh: बांग्लादेश की PM शेख हसीना ने मंगलवार को पीएम मोदी के साथ एक मुश्तरका प्रेस कांफ्रेंस में उम्मीद जतायी है कि हिंदुस्तान के साथ तीस्ता जल बंटवारा के मसला जल्द ही सुलझा लिया जाएगा. उन्होंने दोनों मुमालिक के बीच ताल्लुकात पर बात की और भारत को बांग्लादेश का सबसे अहम पड़ोसी बताया. इस वीडियो में आपको बताते हैं की आखिर तीस्ता नदी तनाज़ा है क्या. DW की रिपोर्ट के मुताबिक तीस्ता नदी के पानी पर तनाज़ा बंटवारे के वक्त से ही चल रहा है. तीस्ता के पानी के लिए ऑल इंडिया मुस्लिम लीग ने साल 1947 में सर रेड.क्लिफ की कयादत में तशकील सरहदी कमीशन से दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी को मश्रिकी पाकिस्तान में शामिल करने की मांग की थी. लेकिन कांग्रेस और हिंदू महासभा की मुखालिफत के चलते सरहदी कमीशन ने तीस्ता का ज़्यादातर हिस्सा भारत को सौंप दिया. लेकिन साल 1971 में पाकिस्तान से अलग होने के बाद बांग्लादेश ने एक बार फिर तीस्ता नदी के पानी के बंटवारे को लेकर मुद्दा उठाया. इसके बाद साल 1972 में भारत-बांग्लादेश मुश्तरका नदी कमीशन तश्कील की गई. साल 1996 में गंगा के पानी पर हुए समझौते के बाद तीस्ता के पानी के बंटवारे की मांग ने फिर जोर पकड़ी और तब से यह मुद्दा लगातार तनाज़ों में है...