जनरल रावत ने कहा कि आने वाले वक्त में किस तरह के हालात बनेंगे इसकी अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है. इसलिए हम किसी भी हालात का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. पीर को तमिलनाडु के तंजावुर एयरफोर्स स्टेशन पर ब्रह्मोस से लैस सुखोई 30 एमकेआई के 12वें स्क्वॉड्रन को तैनात किया गया.
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नई दिल्ली: चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) ने पीर को कहा कि पाकिस्तान को लेकर तीनों अफवाज को किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है. जनरल रावत ने कहा कि आने वाले वक्त में किस तरह के हालात बनेंगे इसकी अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है. इसलिए हम किसी भी हालात का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. पीर को तमिलनाडु के तंजावुर एयरफोर्स स्टेशन पर ब्रह्मोस से लैस सुखोई 30 एमकेआई के 12वें स्क्वॉड्रन को तैनात किया गया. यह स्क्वॉड्रन हिंद महासागर में भारतीय आबी इलाक़े की निगहबानी करेगा. इसी मौके पर सीडीएस बिपिन रावत (Bipin Rawat) वहां मौजूद रहे.
मालूम हो कि जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) ने मुल्क के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के तौर में ओहदा संभालने के एक दिन बाद ही तीनों अफवाज के जनरलों के साथ मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने तीनों अफवाज के लिए एयर डिफेंस कमांड कायम करने की तजवीज़ तैयार करने का अहकामात दिया. मीटिंग के दौरान उन्होंने तजवीज़ के लिए एक वक्त मुकर्र भी तय करलें. वज़ारते दिफा ने कहा, 'इस तजवीज़ की मीआद 30 जून, 2020 है.'
अब तक तीनों अफवाज के बीच एक ही एयर फोर्स दिफाई कमान (एयर डिफेंस कमांड) है. जनरल रावत की पहली तरजीह भारत को किसी भी हवाई हमले से महफूज़ करने के लिए एयर फोर्स दिफाई कमान का कयाम करना है. भारतीय एयर फोर्स दिफा में एक अहम किरदार अदा करती है, लेकिन भारतीय फौज के पास अपनी खुद की फील्ड एयर डिफेंस है. वहीं भारतीय फौज के पास सबसे जदीद और मतहर्रिक दिफाई निज़ाम है. रावत ने 30 जून और 31 दिसंबर, 2020 तक तालमेल के लिए तरजीहात तय की हैं.
अमूमी काम पर जोर देते हुए सीडीएस रावत ने हुक्म दिया कि सभी तीनों सेनाओं और कोस्ट गार्ड से बात चीत की जाये और उनके ख्यालों को वक्त की पाबंदी से हासिल किया जाना चाहिए. सीडीएस ने तीनों अफवाज के दरमियान तालमेल पर जोर देते हुए कहा कि सभी को मतलूबा नतायज को पूरा करने और बेहतर बहतर खयाल एवं मशवरे के साथ काम करना चाहिए.