तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा उनकी किसी से दुश्मनी नहीं है और अपने नेता के आदेश के आधार पर उन्होंने सभी को माफ कर दिया है.
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काबुलः अफगानिस्तान पर मुकम्मल तौर पर कब्जा जमाने के बाद मंगल को तालिबान ने पहली बार सार्वजनिक तौर पर एक प्रेस काॅन्फ्रेंस किया और अपनी बात रखी. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि बीस साल की लड़ाई के बाद हमने विदेशी सेना को भगा दिया. हमने उन सब बातों को भूला दिया हैं, जो हमारे खिलाफ हुई थी. मुजाहिद ने कहा कि उनकी किसी से दुश्मनी नहीं है और अपने नेता के आदेश के आधार पर उन्होंने सभी को माफ कर दिया है. यहां तक कि अफगान सरकार और विदेशी सेना के लिए या उनके साथ काम करने वाले अफसरों और मुलाजिमों को भी तालिबान ने माफ कर दिया था. वह किसी के घर की तलाशी नहीं लेगा और न ही किसी के खिलाफ बदले की कार्रवाई करेगा. इसके साथ ही तालिबान ने उन सभी लोगों से माफी मांगी है, जिन्होंने या जिनके परिजनों ने युद्ध के दौरान अपनी जानें गवांई हैं. तालिबान ने दावा किया है कि बहुत जल्द देश में शांति और अमन चैन बहाल हो जाएगा.
We would like to assure our neighbours & regional countries that we'll not allow our territory to be used against any country in the world. Global community should rest assured that we're committed that you will not be harmed anyway from our soil: Taliban spox Zabihullah Mujahid pic.twitter.com/IBzWsnq1SN
— ANI (@ANI) August 17, 2021
20 सालों में कितना बदला है तालिबान
20 साल पहले के तालिबान और अब के तालिबान में क्या फर्क आया है, इस सवाल के जवाब में मुजाहिद ने कहा कि वैचारिक धरातल पर कोई फर्क नहीं आया है क्योंकि वह इस्लाम को फाॅलो करते हैं और इस्लाम की मूल शिक्षाएं कभी बदलती नहीं है. हालांकि मुजाहिद ने कहा है कि अनुभव के स्तर पर नया तालिबान पुराने तालिबान से बहुत ज्यादा परिपक्व और समझदार है.
किसी देश को डरने की जरूरत नहीं
तालिबान ने कहा है कि जल्द ही वह मुल्क में इस्लामी शासन व्यवस्था कायम करेगा, जो इस्लामी वैल्यूज पर आधारित होगा. उसने कहा है कि यह जरूरी है कि दुनिया हमारे शासन को स्वीकार करें. यह उनका अधिकार है कि वह देश में किस तरह के शासन को अपनाएंगे. उन्होंने कहा कि हमने बहुत सी कुरबानी दी है. हमारा अधिकार है हम अपने धार्मिक मान्यताओं के हिसाब से अपने नियम कानून बनाए. जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि हम हमारी मिट्टी का इस्तेमाल किसी दूसरे देश के लिए नहीं होने देंगे. अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल किसी दूसरे देश के खिलाफ नहीं होने देगें.
सभी देशों के दूतावास की सुरक्षा की जिम्मेदारी
तालिबान ने कहा कि हम सभी देशों को भरोसा देते हैं कि हम आपके दूतावास और लोगों की सुरक्षा करेंगे. उसने कहा कि किसी विदेशी या अफगानी नागरिक को डरने की जरूरत नहीं है. मुजाहिद ने कहा कि इतवार को जब तालिबान के लड़ाके काबुल में दाखिल हो रहे थे तो कुछ असमाजिक तत्वों ने हालात का फायदा उठाकर लूटपाट किया, जिसका तालिबान आलोचना करता है और वह अब कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए जिम्मेदार है.
महिलाओं कौ नौकरी करने की होगी इजाजत
तालिबान से सबसे ज्यादा चिंता औरतों और बच्चों को लेकर की जा रही थी. हालांकि तालिबान ने आशवासन दिया है कि वह धार्मिक तौर पर वर्णित वह सारे अधिकार वहां की औरतों को देगा, लेकिन वह इस्लाम के मूल्यों के अनुकूल और उसके दायरे में होगा. तालिबान ने यह भी कहा है कि औरतों को हेल्थ सेक्टर या किसी अन्य सेक्टर जहां उनके सेवा की जरूरत होगी, उन्हें काम करने की इजाजत दी जाएगी. महिलाओं के खिलाफ कोई भेदभाव नहीं होगा.
मीडिया को चेतावनी भरा निर्देश
तालिबान ने अपने संबोधन में कहा है कि वह किसी भी देशी या विदेशी मीडिया को उसके काम में बाधा नहीं पहुंचाएगा और उनके संचालन को आसान करेगा. हांलाकि उसने चेतावनी दी है कि मीडिया की रिपोर्टिंग सच पर आधारित हो और इसमें किसी का पक्ष नहीं लिया जाए. साथ ही तालिबान ने कहा है कि मीडिया इस्लामी संस्कृति का मूल्यों को लेकर किसी तरह का भेदभावपूर्ण रिपोर्ट नहीं करेगा.
देश की आर्थिक स्थिति में सुधार करेगा तालिबान
तालिबान ने कहा है कि वह अपनी देश की आर्थिक स्थिति में सुधार करेंगे. देश के फायदे के लिए जो करना होगा वो करेंगे. लोगों का जीवन स्तर सुधारने के लिए सारे जरूरी कदम उठाएगा. देश में उद्योग धंधों के विस्तार के लिए काम करेगा और दुनिया के अन्य देशों से अपने संबंध सुधारेगा.
अफीम की खेती रोकेगा तालिबान
मुजाहिद ने कहा है कि तालिबान अब देश में किसी भी तरह के नशीले पदार्थ की खरीद-बिक्री पर प्रतिबंध लगाएगा. देश में अफीम की खेती को बंद कर देगा और अफगानिस्तान की सरजमीन से किसी तरह के नशीले पदार्थ के कारोबार को प्रतिबंधित करेगा.
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