देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने एक बार फिर ग्राहकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अपने ऑफिशियल ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया है. एसबीआई ने 31 मार्च आने से पहले फिर से याद दिलाया है कि 1 अप्रैल 2018 से महिला बैंक समेत छह बैंकों की चेकबुक नहीं चलेगी.
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नई दिल्ली : देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने एक बार फिर ग्राहकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अपने ऑफिशियल ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया है. एसबीआई ने 31 मार्च आने से पहले फिर से याद दिलाया है कि 1 अप्रैल 2018 से महिला बैंक समेत छह बैंकों की चेकबुक नहीं चलेगी. आपको बता दें कि पिछले साल भारतीय महिला बैंक, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर (SBBJ), स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद (SBH), स्टेट बैंक ऑफ मैसूर (SBM), स्टेट बैंक ऑफ पटियाला (SBP) और स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर (SBT) का एसबीआई में विलय कर दिया गया था.
किसी भी परेशानी से बचने के करें आवेदन
अगर आप ऊपर बताए गए बैंकों में से किसी के भी ग्राहक थे और आपके पास अभी तक पुरानी ही चेक बुक है तो इसे तुरंत बदलवा लें. एसबीआई ने 27 मार्च को किए गए ट्वीट में कहा है सभी एसोसिएट बैंक और भारतीय महिला बैंक के ग्राहकों से अनुरोध किया जाता कि किसी भी प्रकार की परेशानी से बचने के लिए नई चेक बुक का आवेदन 31 मार्च 2018 से पहले कर दें. पुरानी e- AB / BMB चेक बुक 31 मार्च के बाद मान्य नहीं होंगी.
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पहले 30 सितंबर तक का था समय
इन बैंकों का एसबीआई में विलय होने के बाद पहले एसबीआई ने इनकी चेकबुक बदलने का 30 सितंबर तक का समय दिया था. इसके बाद बैंक की तरफ से अंतिम तिथि को बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दिया गया. बाद में ग्राहकों की परेशानी को देखते हुए एसबीआई ने नई चेकबुक लेने की समय सीमा को 31 मार्च कर दिया. एसबीआई ने ग्राहकों को याद दिलाते हुए इस बारे में आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के जरिए जानकारी दी है. एसबीआई पांच एसोसिएट बैंक और बीएमबी के मर्जर से दुनिया के टॉप 50 बैंकों में शुमार हो गया है.
ऐसे करें आवेदन
एसबीआई की नई चेक बुक के लिए आप इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग या ATM से आवेदन कर सकते हैं. इसके अलावा आप संबंधित शाखा में जाकर भी नई चेकबुक के लिए आवेदन कर सकते हैं.
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एसबीआई का कस्टमर बेस 37 करोड़
एसबीआई ने पिछले साल अगस्त में अपने पांच सहायक बैंकों और भारतीय महिला बैंक के विलय को मंजूरी दी थी. इस पर फरवरी में केंद्रीय कैबिनेट ने भी मुहर लगा दी थी. हालांकि, भारतीय महिला बैंक के विलय पर मार्च में फैसला हो सका था. इन बैंकों के विलय के बाद एसबीआई का कुल कस्टमर बेस 37 करोड़ हो गया है. बैंक की शाखाओं की संख्या बढ़कर लगभग 24,000 और एटीएम की संख्या 59,000 हो गई है.