नीरव मोदी का था ये 'BIG PLAN', कामयाब होता तो देश को कंगाल बना देता!
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नीरव मोदी का था ये 'BIG PLAN', कामयाब होता तो देश को कंगाल बना देता!

पंजाब नेशनल बैंक (PNB) को 11 हजार करोड़ का चूना लगाने वाले नीरव मोदी का प्लान और भी बड़ा था. अगर नीरव मोदी अपने प्लान में कामयाब होता तो घोटाला और भी बड़ा होता. 

अगर नीरव मोदी अपने प्लान में कामयाब होता तो घोटाला और भी बड़ा होता.

नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक (PNB) को 11 हजार करोड़ का चूना लगाने वाले नीरव मोदी का प्लान और भी बड़ा था. अगर नीरव मोदी अपने प्लान में कामयाब होता तो घोटाला और भी बड़ा होता. अभी सिर्फ बैंक को नुकसान हुआ है, अगर प्लान के मुताबिक सब चलता तो आम निवेशकों के पैसे भी नीरव मोदी की जेब में होते. दरअसल, नीरव मोदी लगातार अपने कारोबार को बढ़ाने में जुटा हुआ था. जनवरी में पीएनबी को इस घोटाले का पता लगने और सीबीआई की जांच शुरू करने से पहले ही नीरव अपनी कंपनी का आईपीओ लाने की तैयारी में था.

  1. नीरव मोदी अपनी कंपनी का 1000 करोड़ का IPO लाने वाला था
  2. IPO आने से शेयर बाजार भी नीरव मोदी के जाल में फंस जाता
  3. EGM में नीरव मोदी ने कंपनी का नाम बदलने का प्रस्ताव रखा था

...तो जाल में फंस जाता शेयर बाजार 
सूत्रों की मानें तो नीरव मोदी अपनी कंपनी का 1000 करोड़ का आईपीओ लाने वाला था. अगर नीरव दिसंबर में आईपीओ लाता तो शेयर बाजार भी उसके इस जाल में फंस जाता. बैंक के साथ नीरव मोदी निवेशकों के पैसे भी ले उड़ता. जाहिर है अगर शेयर बाजार उसके प्लान में फंसता तो यह घोटाला और भी बड़ा हो सकता था. निवेशकों को हजारों करोड़ का नुकसान उठाना पड़ता. बैंक घोटाला खुलने के बाद से ही पीएनबी के शेयरों में लगातार गिरावट जारी है. 

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आईपीओ के लिए मांगी थी मंजूरी
नीरव ने आईपीओ लाने की पूरी तैयारी कर रखी थी. उसकी फ्लैगशिप एंटरप्राइज फायरस्टार इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड ने दिसंबर 2017 में IPO के लिए शेयरहोल्डर्स की मंजूरी मांगी थी. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक 8 दिसंबर, 2017 को हुई कंपनी की एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी जनरल मीटिंग (EGM) में कंपनी का आईपीओ लाने के लिए मंजूरी मांगी गई. साथ ही कंपनी का नाम बदलने का भी प्रस्ताव दिया गया.

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कंपनी का नाम भी बदलना चाहता था नीरव
EGM में नीरव मोदी ने कंपनी का नाम बदलने का प्रस्ताव रखा था. इसमें फायरस्टार इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड का नाम बदलकर फायरस्टार इंटरनेशनल लिमिटेड करने के लिए मंजूरी मांगी गई थी. इसमें कंपनी के मेमोरेंडम और आर्ट‍िकल्स ऑफ एसोसिएशन को बदलने की बात पर भी शेयरहोल्डर की सहमति मांगी गई थी. कंपनी ने जारी बयान में कहा था कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स कंपनी को पब्ल‍िक लिमिटेड कंपनी बनाना चाहते हैं. बताया गया कि इसके जरिए कंपनी बाजार से फंड जुटाना चाहती है.

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आईपीओ से पहले ही जुटाए थे 495 करोड़ रुपए
कंपनी EGM के मिनट्स के मुताबिक, आईपीओ लाने से पहले ही नीरव मोदी की कंपनी ने 495 करोड़ रुपए जुटा लिए थे. यह रकम विदेशी निवेशकों के जरिए जुटाई गई थी. इसके लिए कंपनी के 97.01 लाख इक्व‍िटी शेयर को प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए दिया था.

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582 करोड़ का मुनाफा हुआ था
नीरव मोदी की फायरस्टार इंटरनेशनल कंपनी की वैल्यू 6,413.89 करोड़ आंकी गई है. 31 मार्च, 2017 को खत्म हुए वित्तीय वर्ष में 582.08 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट हुआ था. कंपनी की बिक्री और अन्य आय 14,706.04 करोड़ रुपए थी. नीरव मोदी की कंपनी भारत, अमेरिका समेत लंदन, हॉन्गकॉन्ग और दुनिया के कई देशों में कारोबार करती है.

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