Lok Sabha Chunav 2024: पीएम नरेंद्र मोदी ने बिना नाम लिए राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सावन में नॉनवेज खाकर चिढ़ाने का क्या मतलब है.
Trending Photos
Narendra Modi Udhampur Rally: लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Chunav 2024) को लेकर सरगर्मी तेज है. इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में रैली की. अपने भाषण में पीएम मोदी ने सावन और नवरात्रि में नॉनवेज खाकर वीडियो दिखाने वाले नेताओं पर निशाना साधा है. दरअसल, पिछले साल सावन में राहुल गांधी ने कथित रूप से लालू यादव के घर जाकर सावन में मटन खाया था और उसका वीडियो भी शेयर किया था. इसके अलावा, नवरात्रि के वक्त तेजस्वी यादव का मछली खाने का वीडियो भी वायरल हो रहा है. इसी को लेकर पीएम मोदी ने सवाल पूछे हैं.
नॉनवेज खाकर चिढ़ाने पर आपत्ति
पीएम मोदी ने कहा कि इन्हें लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करने में मजा आता है. ये लोग सावन में एक सजायाफ्ता मुजरिम के घर जाकर सावन के महीने में मटन बनाकर मौज ले रहे हैं. इतना ही नहीं उसका वीडियो बना करके देश के लोगों को चिढ़ाने का काम करते हैं. कानून किसी को कुछ भी खाने से नहीं रोकता है. और ना ही मोदी रोकता है. जब मन करे वेज खाओ या नॉनवेज खाओ. लेकिन इन लोगों की मंशा दूसरी होती है.
ये भी पढ़ें- अब्दुल पढ़ने गया था US, 25 साल के युवा का कत्ल; परिवार कैसे भरेगा 43 लाख का लोन?
विपक्ष की मुगलों से तुलना
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि जब मुगल यहां आक्रमण करते थे तो उन्हें सिर्फ राजा को पराजित करने से संतोष नहीं होता था. जब तक वे मंदिर तोड़ते नहीं थे, जब तक श्रद्धा स्थानों का कत्ल नहीं करते थे, उनको संतोष नहीं होता था. उनको उसी में मजा आता था. वैसे ही सावन के महीने में वीडियो दिखाकर वो मुगलों के जमाने की जो मानसिकता है ना उसके द्वारा देश के लोगों को चिढ़ाना चाहते हैं. और अपना वोटबैंक पक्का करना चाहते हैं. ये वोटबैंक के लिए चिढ़ाना चाहते हैं.
ये भी पढ़ें- 8500 रुपये खटाखट खटाखट... तब इंदिरा, अब राहुल गांधी ने दिया गरीबी हटाने का फॉर्मूला
पीएम मोदी ने क्यों उठाया मुद्दा?
पीएम मोदी ने कांग्रेस से पूछा कि आप किसे चिढ़ाना चाहते हैं. नवरात्रि के दिनों में नॉनवेज खाना, आप किस मंशा से वीडियो दिखा-दिखा करके, लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचा करके किसको खुश करने का खेल कर रहे हो. मैं जानता हूं कि मैं जब आज ये बोल रहा हूं. उसके बाद ये लोग पूरा गोला-बारूद लेकर मेरे पीछे पड़ जाएंगे. लेकिन जब बात बर्दाश्त से बाहर हो जाती है तो लोकतंत्र में मेरा दायित्व बनता है कि देश को चीजों का सही पहलू बताऊं. ये मैं अपना कर्तव्य पूरा कर रहा हूं.