इन 3 फलों से फैल रहा है खतरनाक निपाह वायरस, भूलकर भी न खाएं
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इन 3 फलों से फैल रहा है खतरनाक निपाह वायरस, भूलकर भी न खाएं

केरल से शुरू हुए निपाह वायरस का खौफ पूरे भारत में है. दिल्ली-एनसीआर के लोगों को भी अलर्ट कर दिया गया है. इस अज्ञात इन्फेक्शन के चलते हाई अलर्ट घोषित किया गया है.

केरल में फैले निपाह वायरस से फिलहाल दिल्ली में कोई खतरा नहीं है.

नई दिल्ली: केरल से शुरू हुए निपाह वायरस का खौफ पूरे भारत में है. दिल्ली-एनसीआर के लोगों को भी अलर्ट कर दिया गया है. इस अज्ञात इन्फेक्शन के चलते हाई अलर्ट घोषित किया गया है. केरल में हुई रहस्यमयी मौतों का कारण 'निपाह वायरस (NiV)' को बताया गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने निपाह को एक उभरती बीमारी करार दे चुका है. WHO के मुताबिक, निपाह वायरस चमगादड़ की एक नस्ल में पाया जाता है. यह वायरस उनमें प्राकृतिक रूप से मौजूद होता है. चमगादड़ जिस फल को खाती है, उनके अपशिष्ट जैसी चीजों के संपर्क में आने पर यह वायरस किसी भी अन्य जीव या इंसान को प्रभावित कर सकता है. ऐसा होने पर ये जानलेवा बीमारी का रूप ले लेता है. ये वायरस तीन फलों में हो सकता है. ऐसे में इन्हें भूलकर भी न खाएं.

  1. केरल से आने वाले फलों को धोकर जरूर खाएं
  2. केले, आम और खजूर को लेकर विशेष सतर्क रहें
  3. वायरस से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतें

केरल से आने वाले फल
केरल में फैले निपाह वायरस से फिलहाल दिल्ली में कोई खतरा नहीं है. लेकिन, चिकित्सकों का कहना है कि लोगों को बचाव के उपाय जरूर कर लेने चाहिए. केरल से जो केले आ रहे हैं, उनको खाने से बचें. अगर खाना ही है तो अच्छे से धोकर खाएं. क्योंकि, उत्तर भारत में ज्यादातर केले, केरल से आते हैं. ऐसे में इन्हें खाना सेहत के लिए सही नहीं है.

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धोकर खाएं खजूर और आम
खजूर और आम को भी धोकर खाएं. रमजान के महीने में खजूर सबसे ज्यादा खाए जाते हैं. दिल्ली में बड़ी मात्रा में केले और खजूर केरल से मंगाए जाते हैं. निपाह वायरस से प्रभावित केरल के कालीकट और मल्लापुरम जिले में केले और खजूर की बड़ी मात्रा है. एम्स के डॉक्टर्स की टीम यहां जांच कर रही है. ऐसे में यहां से आने वाले फलों को ध्यान से खाना चाहिए.

क्या हैं निपाह (NiV) के लक्षण
मनुष्‍यों में निपाह वायरस, encephalitis से जुड़ा हुआ है, जिसकी वजह से ब्रेन में सूजन आ जाती है. बुखार, सिरदर्द, चक्‍कर, मानसिक भ्रम, कोमा और आखिर में मौत, इसके प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं. 24-28 घंटे में यदि लक्षण बढ़ जाए तो इंसान को कोमा में जाना पड़ सकता है. कुछ केस में रोगी को सांस संबंधित समस्‍या का भी सामना करना पड़ सकता है. 

भारतीय सेना भी चिंतित
केरल के कोजिकोडे जिले में फैले निपाह वायरस ने भारतीय सेना को भी चिंता में डाल दिया है. निपाह वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सेना के डायरेक्‍टर जनरल आफ मेडिकल सर्विसेस की तरफ से एक एडवाइजरी आर्मी के सभी छह कमांड हेडक्‍वाटर्स को भेजी गई है. सेना की एडवाइजरी में बताया गया है कि निपाह वायरस के संक्रमण से अब तक केरल के कोजिकोडे जिले में अब तक तीन मौतें हो चुकी है. हालांकि केरल सरकार ने निपाह वायरस से दस लोगों के मौत की पुष्टि की है.

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सेना ने दी जवानों को सलाह
केरल सहित भारत में इस वायरस को पहली बार डि‍टेक्‍ट किया गया है. सेना ने अपने सभी सैनिकों और अधिकारियों को सलाह दी है कि इस संक्रमण से बचने के लिए चमगादड़ और सुअर से दूरी बनाकर रखें. सेना ने खास तौर पर अपने सैनिकों को ताकीत किया है कि संक्रमित इलाकों में पेड़ो से जमीन पर गिरे फलों का सेवन बिल्‍कुल भी न करें. इन फलों के खाने से वे संक्रमण का शिकार हो सकते हैं.

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