NDA से TDP के अलग होने पर शाह की चंद्रबाबू को चिट्ठी, 'अलग होने का फैसला एकतरफा-दुर्भाग्‍यपूर्ण'
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NDA से TDP के अलग होने पर शाह की चंद्रबाबू को चिट्ठी, 'अलग होने का फैसला एकतरफा-दुर्भाग्‍यपूर्ण'

शाह ने अपने खत में लिखा है कि टीडीपी का एनडीए गठबंधन से अलग होने का फैसला एकतरफा और दुर्भाग्यपूर्ण हैं. 

एनडीए से टीडीपी के अलग होने के बाद यह पहला मौका है जब शाह ने नायडू को चिट्ठी लिखी है. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली : आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा ना दिए जाने के कारण एनडीए गठबंधन से अलग हुई टीडीपी मामले में नया रुख आया है. इस मामले में पहली बार बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू को खत लिखा है. अमित शाह ने चिट्ठी में लिखा, 'यह राजनीति से जुड़ा हुआ फैसला है.' शाह ने अपने खत में लिखा है कि 'टीडीपी का एनडीए गठबंधन से अलग होने का फैसला एकतरफा और दुर्भाग्यपूर्ण है.'

  1. अमित शाह ने लिखी चंद्रबाबू नायडू को चिट्ठी 
  2. टीडीपी को आंध्र प्रदेश के विकास की चिंता नहीं- शाह
  3. आंध्र के लोगों को उगादी पर्व की बधाई दी

टीडीपी को आंध्र प्रदेश के विकास की चिंता नहीं- शाह
चिट्ठी में आंध्र प्रदेश के विकास का जिक्र करते हुए शाह ने टीडीपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. शाह ने लिखा कि 'टीडीपी को आंध्र प्रदेश के विकास की चिंता नहीं है इसलिए उन्होंने एनडीए गठबंधन से अलग होने का फैसला लिया है.' 

शाह ने दी उगादी की बधाई
अपने खत में शाह ने चंद्रबाबू नायडू और प्रदेश के तमाम लोगों को उगादी पर्व की बधाई दी. शाह ने अपने खत में लिखा, 'मैं प्रदेश में रहने वाले अपने तमाम भाई और बहनों को उगादी पर्व की बधाई देता हूं.'

 

 

टीडीपी की यह थी मांग
आंध्र प्रदेश में टीडीपी सत्ता में है. उसकी काफी लंबे समय से मांग है कि केंद्र सरकार द्वारा आंध्र प्रदेश को विशेष राज्‍य का दर्जा दिया जाए, लेकिन केंद्र ने ऐसा करने से इनकार कर दिया है, जिसके बाद पीएम मोदी से मुलाकात कर टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने खुद को एनडीए गठबंधन से अलग कर लिया. अरुण जेटली ने कहा था कि सरकार आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दे सकती. सिर्फ विशेष पैकेज देने के लिए तैयार है.

बीते 23 जनवरी को ऐलान किया था कि वह भाजपा से गठबंधन नहीं करेगी और 2019 का लोकसभा चुनाव एवं महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. पार्टी ने कहा कि हिंदू वोटों को एकजुट रखने के लिए उसने अब तक राज्य से बाहर चुनाव नहीं लड़ा है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.

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