राज्य सरकार के अधिकारियों व अन्य भागीदारों के साथ व्यापक विचार विमर्श के बाद यह रूपरेखा तैयार की गई है.
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नई दिल्ली: सरकार ने रेत खनन रूपरेखा जारी की ताकि राज्यों को रेत खनन से जुड़े विभिन्न मुद्दों से निपटने में मदद की जा सके. यह रूपरेखा सभी भागीदारों के साथ व्यापक चर्चा में तैयार की गई है. केंद्रीय खान मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने यहां खदानों और खनिजों पर आयोजित तीसरे राष्ट्रीय सम्मेलन में रेत खनन रूपरेखा जारी की. सरकार को उम्मीद है कि इससे मांग आपूर्ति अंतर तथा अवैध खनन जैसे मुद्दों से निपटा जा सकेगा. तोमर ने कहा,‘ एक रेत खनन रूपरेखा तैयार की गई. राज्य सरकार के अधिकारियों व अन्य भागीदारों के साथ व्यापक विचार विमर्श के बाद यह रूपरेखा तैयार की गई है.’
इस रूपरेखा में दिए सुझावों से राज्यों को एक खाका( रोडमैप) उपलब्ध होगा, जिससे उन्हें अपनी- अपनी नीतियां तैयार करने और रेत के अवैध खनन की रोकथाम करने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि आवास, बुनियादी ढांचे तथा निर्माण गतिविधियों में रेत प्रमुख तत्व है. खान सचिव अरूण कुमार ने कहा कि इस रूपरेखा का उद्देश्य राज्यों को इस मामले में श्रेष्ठ संभव विकल्प अपनाने में मदद करना है.
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वन विभाग के एसडीओ पर चलाई गोली
बता दें कि फरवरी माह में पुलिस ने वन विभाग के एक अधिकारी पर गोली चलाने के आरोप में अवैध रेत खनन से जुड़े चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. फिलहाल चारों आरोपी फरार हैं और पुलिस उनकी सरगर्मी से तलाश कर रही है. बिजावर के पुलिस अनुविभागीय अधिकारी एसएस दोहरे ने बताया था कि बिजावर वन विभाग के एसडीओ अभिषेक तोमर पर गोली चलाने के आरोप में चार आरोपियों राजू धोबी, राजा धोबी, बलई धोबी और ट्रैक्टर चालक के खिलाफ भादंवि की धारा 307, धारा 353, धारा 186, और धारा 34 के तहत मामला दर्ज किया गया था.
उन्होंने बताया कि तोमर बुधवार को अपने कर्मचारियों के साथ नयाताल रोड के जंगलों में जा रहे थे. उन्होंने वहां रेत से भरी बिना नंबर वाली एक ट्रैक्टर ट्राली की जांच की तो संबंधित कागजात नहीं मिले. इस पर तोमर ने ट्रैक्टर को वन विभाग ले जाने के निर्देश दिए. ट्रैक्टर चालक जब अपने मालिक राजू धोबी के घर के पास पहुंचा तो वहां आरोपियों ने तोमर को जान से मारने का प्रयास करते हुए उन पर गोली चला दी थी. इसमें तोमर बमुश्किल बचे.
इनपुट भाषा से भी