उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में एनडीए छोड़ने वाले सहयोगी भी दोबारा लौट सकते हैं.
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पणजी: केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को स्वीकार किया कि हालिया चुनावी नतीजों ने बीजेपी को नुकसान पहुंचाया है और अगर आवश्यकता हुई तो पार्टी 2019 लोकसभा चुनाव से पहले नए सहयोगियों की तलाश करेगी. यह पूछे जाने पर कि क्या बीजेपी को आम चुनाव के लिए सहयोगियों, विशेष रूप से क्षेत्रीय संगठनों के समर्थन की आवश्यकता होगी? नकवी ने कहा कि बीजेपी प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल से ही गठबंधन सहयोगियों के लिए प्रतिबद्ध है.
नकवी ने कहा, "हम संघीय व्यवस्था के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. इसलिए हम अपने सहयोगियों को के साथ रहना चाहते हैं. अगर हमें और सहयोगियों की आवश्यकता होगी, तो हम नए सहयोगियों की तलाश करेंगे. हमने 'नो एंट्री' का चिह्न नहीं लगा रखा है."
जब केंद्रीय मंत्री नकवी से पूछा गया कि क्या 2019 का लोकसभा चुनाव हिंदुत्व और राममंदिर के मुद्दे पर लड़ा जाएगा? तो नकवी ने कहा, यह चुनाव बीजेपी 'विकास, विकास, सिर्फ विकास' के मुद्दे पर लड़ेगी.
"Vikas, Vikas, Vikas," says Union Union Minister Mukhtar Abbas Naqvi on being asked if Hindutva & Ram Mandir will be election issues in the 2019 General Elections. pic.twitter.com/4YdfRBRPiG
— ANI (@ANI) June 3, 2018
उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में एनडीए छोड़ने वाले सहयोगी भी दोबारा लौट सकते हैं. उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में हाल में बीजेपी उम्मीदवारों की हार पर नकवी ने कहा, "अगर मैं यह कहता हूं कि चुनाव में हार से हमारा नुकसान नहीं हुआ, तो यह गलत होगा." उन्होंने कहा, "लेकिन यह नुकसान बीजेपी को 'अपवित्र और अराजकतावादी' गठबंधनों से अधिक दृढ़ता से और प्रभावी ढंग से निपटने में मददगार होगा."
नकवी ने कहा, "जब आप युद्ध के मैदान में होते हैं और आप अपने विरोधियों की रणनीति और दांव पेंच को समझते हैं, तो प्रतिस्पर्धा करना आसान होता है. हमारे पास अब अनुभव (उपचुनावों) है और इससे हमारे लिए (रणनीति और जीत) आसान हो जाएगी."
'ट्रांस्फॉर्मिग इंडिया' अभियान के लिए गोवा पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने पूरे देश में किसान आंदोलन के बारे में भी चिंता व्यक्त की और कहा कि कृषि क्षेत्र से संबंधित मुद्दों को हल करने की आवश्यकता है. नकवी ने कहा, "हमें मुद्दों को हल करना है. इसलिए, हम यह नहीं कह सकते कि चार वर्षों में हम पिछली सभी समस्याओं को हल कर लेंगे. अभी भी कुछ चुनौतियां हैं. लेकिन हम चुनौतियों को से निपटेंगे और समस्याओं को सुलझाएंगे."